नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले (Rajouri) में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है। इस मुठभेड़ में एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर शहीद हो गया है। वहीं सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने एक आतंकी को मार गिराने में सफलता पाई है। आपको बता दें कि सेना (Indian Army), सीआरपीएफ (CRPF) और जम्मू-कश्मीर पुलिस मिलकर ज्वाइंट ऑपरेशन चला रही है और इलाके में सर्च अभियान अभी भी जारी है।
सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि थानामंडी में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान राष्ट्रीय राइफल्स के एक जेसीओ(जूनियर कमीशंड ऑफिसर) को गोली लग गई। आनन-फानन उनको नजदीकी चिकित्सा केंद्र ले जाया गया। जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। उधर, सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया है। मारे गए आतंकी की अभी शिनाख्त नहीं हुई है।
इलाके में छिपे हैं 3-4 आतंकी
राजौरी में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ गुरुवार (19 अगस्त) दोपहर शुरू हुई है और अभी भी इलाके में 3-4 आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। आतंकियों के छिपे होने का जानकारी मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया और सर्च अभियान शुरू किया। इसके बाद आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें सेना के एक JCO शहीद हो गए। इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी फायरिंग की और एक आतंकी को मार गिराया।
इसी इलाके में 6 अगस्त को मारे गए थे 2 आतंकी
राजौरी जिले (Rajouri) के थाना मंडी इलाके में अगस्त महीने में हुई मुठभेड़ की दूसरी घटना है। इससे पहले 6 अगस्त को थाना मंडी क्षेत्र में छह अगस्त को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के दो आतंकवादी मारे गए थे। आतंकियों का एक समूह दक्षिण कश्मीर से राजोरी पहुंचा था।
खुफिया इनपुट है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा आईईडी लगाकर जम्मू संभाग में हमले की योजना बना रहे हैं। जिसमें धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने की साजिश है। सूत्रों का कहना है कि ड्रोन द्वारा आईईडी गिराए जाने की घटनाओं से पता चलता है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन जम्मू में धार्मिक स्थलों के पास भीड़-भाड़ वाली जगहों पर विस्फोटक लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
एलओसी से सटे गांव में दिखे संदिग्ध
उधर, पुंछ जिले में भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा से सटे गांव में संदिग्ध देखे जाने के बाद बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। सेना और पुलिस के जवानों ने पूरे इलाके को खंगालना शुरू कर दिया है। जिले के गांव कनौइयां के वीडीसी सदस्य सुमित कुमार ने बीती रात संदिग्धों को देखा। जिन्हें रोकने के लिए आवाज दी। इस दौरान संदिग्ध भागने की कोशिश करने लगे। इसके बाद सुमित कुमार ने संदिग्धों पर फायरिंग की और इसकी जानकारी पुलिस को दी। फायरिंग की आवाज सुनकर गांव के लोग भी एकत्र हो गए।
सूचना मिलने के बाद पुलिस और एसओजी के साथ अन्य सुरक्षाबलों के जवान गांव पहुंचे। उन्होंने लोगों से पूछताछ करने के बाद तलाशी अभियान चलाया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हुलिए के आधार पर जांच की जा रही है।