रिपोर्ट : नीतिश कुमार
नई दिल्ली: आईपीएल 2021 के फाइनल मुकाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को 27 रनों से हराकर चौथी बार इस टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया। इससे पहले सीएसके ने 2010, 2011 और 2018 में भी आईपीएल का खिताब जीत चुकी है। चारो खिताब सीएसके ने महेंद्र सिंह धोनी के कप्तानी में हीं जीती है। वहीं अब किक्रेट के गलियारों में यह भी चर्चा शुरू हो गयी है कि सीएसके के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल से संन्यास की घोषणा कर सकते है।
आईपीएल के मौजूदा सीजन में धोनी भले ही बतौर कप्तान बेहद सफल रहे हैं, लेकिन बल्लेबाज़ के रूप में वह हर तरह से फ्लॉप नज़र आये हैं। माही ने इस सीज़न में अभी तक 13 मैचों में 14 के औसत और 97.67 के स्ट्राइक रेट से महज़ 84 रन ही बनाए हैं। महेंद्र सिंह धोनी 2018 से लगातार धीमी बल्लेबाज़ी कर रहे हैं, 2018 में उनका स्ट्राइक रेट 150.66 था, जो 2021 में घटकर 97.67 पर आ गया है।
ये हैं धोनी के असफल होने के कारण!
एम एस धोनी के बतौर बल्लेबाज़ असफल रहने के पीछे उनका स्पिन गेंदबाजों को सहीं से ना खेल पाना भी रहा है, पिछले 4 सालों में एम एस धोनी ने स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ लगभग 5 रन प्रति ओवर की औसत से रन बनाए हैं, जो खुद में यह साबित करता है कि धोनी की बल्लेबाज़ी में अब वो दम नहीं रहा है।
धोनी ने की थी ये टिप्पणी
अब इस बात का खुलासा खुद एमएस धोनी ने किया है। इंडिया सीमेंट्स के 75 साल के होते ही धोनी प्रशंसकों से रूबरू हुए। इसके बाद उन्होंने अपने संन्यास पर टिप्पणी की। ‘जब अलविदा कहने का समय हो, तो बेशक आप आ सकते हैं। और आप मुझे सीएसके से खेलते हुए देख सकते हैं। आपको मुझे अलविदा कहने का अवसर मिलेगा। 15 अगस्त, 2019 को धोनी ने भारतीय टीम और अंतर्राष्ट्रीय खेलों से अचानक संन्यास की घोषणा कर अपने प्रसंशकों को चौंका दिया था। ऐसे में क्या धोनी एक बार फिर कुछ ऐसा करने के फिराक में है।
चेन्नई ने चौथी बार जीता IPL खिताब
चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि पिछले साल प्लेऑफ में जगह बनाने से चूकने के बाद उनके लिए अच्छी वापसी करना महत्वपूर्ण था और उन्हें खुशी है कि उनकी टीम इसमें सफल रही और चैंपियन बनी। चेन्नई फाइनल में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) को 27 रनों से हराकर चौथी बार इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का खिताब जीता।
बड़े स्कोर के आगे पस्त हुआ केकेआर
चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किए जाने पर फाफ डु प्लेसिस के 86 और शीर्ष क्रम के अन्य बल्लेबाजों के उपयोगी योगदान से तीन विकेट पर 192 रन बनाए। इसके जवाब में कोलकाता नाइट राइडर्सको शुभमन गिल (51) और वेंकटेश अय्यर (50) ने पहले विकेट के लिए 91 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलाई, लेकिन उसकी टीम आखिर में नौ विकेट पर 165 रन ही बना पाई।