नई दिल्ली : क्रिकेट जगत में टर्बिनेटर के नाम से मशहूर हरभजन सिंह ने इंटरनेशनल क्रिकेट को सदा के लिए अलविदा कह दिया है। जिसका ऐलान उन्होंने शुक्रवार यानी की 24 दिसंबर को कर दिया। इसके साथ ही भज्जी का 23 साल का इंटरनेशनल करियर समाप्त हो गया। आपको बता दें कि इस बात की जानकारी खुद हरभजन सिंह ने शुक्रवार को ट्वीट कर दी।
हरभजन ने ट्वीट कर लिखा कि,’सभी अच्छी चीजें खत्म हो जाती हैं और आज मैं उस खेल से विदा लेता हूं, जिसने मुझे जीवन में सब कुछ दिया है, मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने इस 23 साल की लंबी यात्रा को सुंदर और यादगार बनाया। आपका तहे दिल से शुक्रिया,आभार।’
All good things come to an end and today as I bid adieu to the game that has given me everything in life, I would like to thank everyone who made this 23-year-long journey beautiful and memorable.
My heartfelt thank you 🙏 Grateful .https://t.co/iD6WHU46MU— Harbhajan Turbanator (@harbhajan_singh) December 24, 2021
आपको बता दें कि हरभजन सिंह के संन्यास ऐलान के साथ ही एक बार फिर उनके राजनीति में एंट्री लेने के कयास जोर पकड़ रहे है। जिससे ये कयास लगाएं जा रहे है कि वे बहुत जल्द कांग्रेस का दामन थाम सकते है। क्योंकि कुछ दिनों पहले ही उनकी एक फोटो पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ वायरल हो रही थी। जिसमें भज्जी सिद्धू के साथ नजर आ रहे है।
सिद्धू ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर बुधवार को हरभजन के साथ एक तस्वीर शेयर कर कैप्शन लिखा, ‘ संभावनाओं से भरी तस्वीर.. चमकते सितारे भज्जी के साथ। गौरतलब है कि पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव आने वाले हैं। सत्तासीन कांग्रेस को जड़ से उखाड़ने के लिए सारी विपक्षी पार्टियों ने ताकत लगानी शुरू कर दी है। अकाली दल, बीजेपी, आम आदमी पार्टी अपनी जमीन टटोलने में लगीं हैं। इसी दौरान खबर आई थी कि पंजाब से ही आने वाले दो भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह और युवराज सिंह भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
Picture loaded with possibilities …. With Bhajji the shining star pic.twitter.com/5TWhPzFpNl
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) December 15, 2021
हरभजन टेस्ट में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय हैं। उन्होंने 2001 बॉर्डर गावसकर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 मैचों में रिकॉर्ड 32 विकेट चटकाए थे। हरभजन टी20 वर्ल्ड कप (2007) और वनडे वर्ल्ड कप (2011) विजेता टीम के सदस्य रहे।
41 वर्षीय हरभजन ने भारत की ओर से 103 टेस्ट, 236 वनडे और 28 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले। उन्होंने अपना वनडे इंटरनैशनल में अपना डेब्यू ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1998 में किया था। भज्जी ने टेस्ट में 417, वनडे में 269 और टी20 में 25 विकेट चटकाए हैं।
हरभजन सिंह ने साल 1998 में चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मुकाबले के साथ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की। इसके बाद उसी साल न्यूजीलैंड के खिलाफ हरभजन सिंह ने वनडे डेब्यू किया था। साल 2006 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ हरभजन सिंह ने अपना टी20 डेब्यू किया था। हरभजन सिंह 2016 से ही टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे। खबरों की माने तो वह IPL की किसी फ्रेंचाइजी के सपोर्ट स्टाफ या कोच बन सकते हैं। हरभजन मेगा ऑक्शन में भी किसी टीम के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं।
हरभजन सिंह पूरे 16 साल तक देश के क्रिकेट खेली और खूब सफल भी रहे। उन्होंने भारतीय टीम के लिए 103 टेस्ट मैच, 236 वनडे मैच और 28 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले थे। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 417 विकेट लिए थे, जबकि वनडे में उनके नाम पर 269 विकेट दर्ज हैं। वहीं, टी20 इंटरनेशनल मैचों में वो 25 विकेट लेने में सफल रहे थे। पंजाब से आने वाले हरभजन सिंह ने अपना आखिरी टेस्ट 2015 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। हरभजन सिंह का आखिरी वनडे मुकाबला 2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ था। 2016 में हरभजन ने यूएई के खिलाफ एशिया कप में अपना आखिरी टी-20 मैच खेला था।
हरभजन सिंह ने टीम इंडिया के लिए 103 टेस्ट मैच खेले हैं। उनके नाम 417 विकेट दर्ज है। वनडे में उन्होंने 236 मैचों में 269 विकेट लिए हैं। टी-20 में भज्जी ने भारत के लिए 28 मुकाबले खेले हैं। इनमें उन्होंने 25 विकेट झटके हैं। 2016 में हरभजन ने यूएई के खिलाफ एशिया कप में अपना आखिरी टी-20 मैच खेला था। IPL में हरभजन के नाम 163 मैच में 150 विकेट दर्ज है। IPL में वे मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेल चुके हैं। 41 साल के हरभजन इस IPL सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा थे। हालांकि, IPL 2021 के दूसरे फेज में उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। हरभजन ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच 2016 में खेला था।
हरभजन सिंह की गिनती दिग्गज ऑफ स्पिनरों के रूप में होती है। हरभजन ने अपनी गेंदबाजी से टीम इंडिया को कई मुकाबले जिताए। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 में कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले गए ऐतिहासिक टेस्ट मैच में हैट्रिक भी झटकी थी। हरभजन उस वक्त सिर्फ 21 साल के थे और उस मुकाबले के बाद हरभजन सिंह टीम इंडिया का अहम हिस्सा बन गए थे। लेग स्पिनर अनिल कुंबले के साथ उनकी जोड़ी ने टीम इंडिया को कई ऐतिहासिक जीत दिलाई हैं। 2000 से लेकर 2010 तक हरभजन सिंह और अनिल कुंबले की जोड़ी ने ही भारतीय स्पिन का मोर्चा संभाला था।