भारत ने प्रतिबंधित निर्यात की सूची से अब पैरासिटामाॅल दवाई को भी हटा दिया है। भारत के विदेश व्यापार महानिदेशलय ने शुक्रवार को अधिसूचना जारी की है। बताया जा रहा है कि फार्मास्युटिकल एक्सपोर्ट प्रमोशन कांउसिल के चेयरमैन दिनेश दुआ की सिफारिश पर वाणिज्य मंत्रालय के शीर्ष स्तर ने विचार कर यह निर्णय लिया है।
बताया जा रहा है कि भारत में पैरासिटामाॅल का पर्याप्त स्टाॅक उपलब्ध है। यदि पूरी क्षमता से भारत पैरासिटामाॅल का उपयोग करे और पूरी क्षमता के साथ निर्यात करे तो छह महीनें तक के लिए पर्याप्त स्टाॅक है। भारत के पास इस समय करीब 62 हजार टन पैरासिटामाॅल का स्टाॅक है।
अतरराष्ट्रीय स्तर पर पैरासिटामाॅल की काफी मांग है। हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के बाद पैरासिटामाॅल की मांग सबसे ज्यादा है। माना जा रहा है कि प्रतिदिन करीब दो हजार टन पैरासिटामाॅल की मांग रहती है। अनुमति मिलने के अगले कुछ दिनों में भारत 8-9 हजार टन पैरासिटामाॅल का निर्यात कर सकता है।