रिपोर्ट: गीतांजली लोहनी
नई दिल्ली: सभी धर्म ग्रंथों में हमारे जीवनकाल से जुड़ी सभी बातों का जिक्र होता है। हमारे जन्म से लेकर मृत्यु तक के सभी लाइफ मैनेजमेंट की बातों को जानकर हम अपने जीवन की परेशानियों को कुछ कम कर सकते है। ऐसे ही प्राचीन भारतीय ग्रंथ गरुड़ पुराण में, मृत्यु के बाद हमारी आत्मा किस तरह से घूमती है और किस प्रकार उसका पुनर्जन्म होता है, इसका पूरा उल्लेख किया गया है। गरुड़ पुराण के अनुसार बुरे स्वभाव वाली पत्नी, दुष्ट मित्र, वाद-विवाद करने वाला नौकर और जिस घर में सांप रहता है, वहां रहना साक्षात मृत्यु के समान माना गया है। तो चलिए जानते है कि ये लोग किस प्रकार से हमारे लिए घातक साबित हो सकते है-
बुरे स्वभाव वाली पत्नी
पत्नी अगर दुष्ट स्वभाव की हो तो उससे सावधान रहना चाहिए। क्योंकि ऐसी स्त्री अपने स्वार्थ के चलते किसी का भी अहित कर सकती है। ऐसी महिलाएं न सिर्फ लालची होती हैं बल्कि दु:स्साहसी भी होती हैं। इनसे अपनी रक्षा सजग रहकर करनी चाहिए।
झगड़ने वाला नौकर
अगर आपका नौकर आपसे बात-बात पर झगड़ा करता है तो उससे बिल्कुल बचकर रहें या उसे तुरंत काम से निकाल दें, क्योंकि जो नौकर अपने मालिक का खुलकर विरोध करने लगते हैं वे उसे हानि पहुंचाने से भी नहीं चूकते।
दुष्ट मित्र से दूर रहें
मित्र जो हमारे सुख और दुख में काम आते है। लेकिन कुछ दोस्त दुष्ट स्वभाव के होते हैं। और वास्तव में ऐसे लोग किसी के मित्र नहीं होते, वे सिर्फ अपने हितों के लिए आपके सामने वाले का दोस्त होने का ढोंग रचते हैं। ऐसे लोगों से भी हमेशा जान का खतरा बना रहता है।
सांप से बचकर रहें
आप जिस घर में रहते हैं, अगर वहां सांप का भी निवास है तो आपकी जान हमेशा खतरे में रहती है। वैसे तो सांप बिना वजह किसी पर हमला नहीं करता, लेकिन गलती से भी यदि आपका पैर उस पर पड़ जाए तो सांप आपको काटे बिना नहीं छोड़ेगा। इसलिए कहते हैं जिस घर में सांप का निवास हो, उसे तुरंत छोड़ देना ही बेहतर हैं।