चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड के कर्मचारियों का आंदोलन तीसरे चरण के आखिरी दिन भी जारी रहा जिसमें हरिद्वार महापौर अनीता शर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।
ज्ञापन में चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ के कर्मचारियों ने पदोन्नति, पोस्टिक आहार भत्ता, एक माह का मानदेय, जोखिम भत्ता, लैब सहायक, डार्क रूम सहायक, एन० एम० ए० ओ० टी० सहायक की संगत नियमावली संशोधन कर उन पदों पर पदोन्नति की मांग की है जिसमे मांग पूरी ना होने पर आंदोलन जारी रहेगा।
कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री दिनेश लखेड़ा ने बताया कि आंदोलन के तीसरे चरण के आखिरी दिन में ज्ञापन सौंपा गया है जिसमें कर्मचारी कोरोना काल मे बिना डरे अपनी सेवाएं दे रहे है।
दिनेश लखेड़ा बताते है कि 24 सितम्बर से प्रदेश के सभी चिकित्सा स्वास्थ्य, आयुर्वेद, होम्योपैथी कर्मचारी बिना अन्न खाए अपनी सेवाएं दे रहे है और इस बीच कर्मचारियों को कुछ होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होगी।
आयुर्वेद विश्वविद्यालय ऋषिकुल ओर गुरुकुल के कर्मचारियों का डी० डी० ओ० कोड बहाल कर कोषागार हरिद्वार से वेतन पेंशन दी जाए। उन्होंने बताया कि यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो आंदोलन उग्र किया जाएगा जिसमें शासन प्रशासन को जो भी समस्या आएगी उसका जिम्मेदार स्वास्थ्य विभाग होगा।