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कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच देश में चलेगा ‘हर घर दस्तक’ टीकाकरण, जानिए कब से होगा शुरू

'Har Ghar Dastak' vaccination will run in the country amid fears of third wave of Corona epidemic; कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच केंद्र सरकार का बड़ा आदेश। चलेगा 'हर घर दस्तक' टीकाकरण अभियान। जानें कब से होगा शुरू...

By: Amit ranjan 
Updated:
कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच देश में चलेगा ‘हर घर दस्तक’ टीकाकरण, जानिए कब से होगा शुरू

नई दिल्ली : कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच केंद्र सरकार ने देश में ‘हर घर दस्तक’ टीकाकरण महाभियान चलाने का आदेश जारी किया है। इसे लेकर सरकार ने तिथि का भी ऐलान कर दिया है। जिससे इस अभियान के तहत 18 साल से ऊपर के जो लोग वैक्सीनेशन से छूट गए हैं या फिर दूसरी खुराक नहीं लगी है उन्हें उनके घर पर ही वैक्सीन दी जाएगी।

आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने यह फैसला त्योहारी सीजन में बढ़ते कोरोना मामले को देखते हुए लिया है। सरकार का कहना है कि इस अभियान के जरिए उन लोगों का वैक्सीनेशन हो सकेगा जिन्होंने अभी तक पहली डोज या फिर दूसरी डोज नहीं लगवाई है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार कोविड-19 टीके की पहली खुराक ले चुके 11 करोड़ से अधिक लोगों ने दो खुराकों के बीच निर्धारित अंतराल समाप्त होने के बाद भी दूसरी खुराक नहीं लगवाई है। आंकड़े बताते हैं कि छह सप्ताह से अधिक समय से 3.92 करोड़ से अधिक लाभार्थियों ने दूसरी खुराक नहीं ली है। इसी तरह करीब 1.57 करोड़ लोगों ने चार से छह सप्ताह देरी से और 1.5 करोड़ से अधिक ने दो से चार सप्ताह देरी से कोविशील्ड या कोवैक्सीन की अपनी दूसरी खुराक नहीं ली है।

इन कारणों से लोग बच रहे है वैक्सीन लगवाने से

दिहाड़ी पर काम करने वाले सोचते हैं कि वैक्सीन लेने के बाद उनके काम पर असर पड़ेगा।

कई लोग ऐसे भी जिन्हें लगता है कि वैक्सीन की एक खुराक ले ली है और ये काफी है।

बुजुर्ग और दिव्यांग जन भी वैक्सीन के लिए सेंटर पर जाने में परहेज कर रहे हैं।

ऐसे सभी लोगों को वैक्सीन जब उनके घर के दरवाजे पर ही मिलेगी ताकि वैक्सीनेशन कवरेज तेजी से हो सकेगा। आईसीएमआर के पूर्व महानिदेशक एनके गांगुली ने बताया कि ये बहुत फायदेमंद होगा। ये यूनिक अभियान है। डोर टू डोर वैक्सीनेशन नहीं हो पाता है क्योंकि लॉजिस्टिक्स काफी डिफिकल्ट है इसका इस अभियान में जिसमें जोर दिया जाएगा कि जिन्होंने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली है उन्हें डोज दिया जाए और जिन्होंने दूसरी डोज नहीं ली है, उन्हें दूसरी डोज दी जाए। भारत में 10 करोड़ से ज्यादा ऐसे लोग हैं जिन्होंने समय निकल जाने के बाद भी दूसरी खुराक नहीं ली है।

इन 13 राज्यों के 48 जिलों में कोरोना वैक्सीनेशन की पहली खुराक 50% से कम है। जिनमें प्रमुख झारखंड 9, मणिपुर 8, नागालैंड 8, महाराष्ट्र 6, अरुणाचल 6, मेघालय 4, दिल्ली 1, असम 1, बिहार 1, छत्तीसगढ़ 1, हरियाणा 1, मिजोरम 1, तमिलनाडु में 1 जिले का वैक्सीनेशन परफॉर्मेंस काफी खराब है।

वैक्सीनेशन के साथ नियमों का पालन है जरूरी

जानकारों का मानना है कि त्योहारों का सीजन है ऐसे वक्त में कोविड नियमों का पालन करने के साथ ही टीके पर फोकस करना जरूरी है। अभी कई फेस्टिवल्स हैं तो काफी ध्यान रखना पड़ेगा। दिसंबर के आखिर तक 18 साल से ऊपर की 94 करोड़ की आबादी का वैक्सीनेशन पूरा करना है। यही वजह है कि सरकार की कोशिश है कि वैक्सीनेशन से कोई न छूट जाए।

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