रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने गुरुवार को एक बयान जारी किया दर्ज जिसमें 30 सितंबर को समाप्त तिमाही के लिए शेयरहोल्डिंग पैटर्न दिखाया गया। बयान में बताया गया की एफआईआई ने 165.8 करोड़ शेयर या कुल 25.2 फीसद हिस्सा हासिल किया है। 30 जून को समाप्त पिछली तिमाही में विदेशी निवेशकों के पास 24.72 फीसद के 163.07 करोड़ शेयर थे।
निवेशक नोट में जेपी मॉर्गन ने कहा कि आरआईएल में एफआईआई की पकड़ एक नई ऊंचाई पर पहुंच गई है। उसने कहा कि जैसा कि अब दो साल हो गया है, आरआईएल में एफआईआई की हिस्सेदारी नई ऊंचाई पर पहुंच गई है।
देखा जाए तो म्युचुअल फंड (एमएफ) की हिस्सेदारी में तिमाही में 25 आधार अंकों की गिरावट आई है। पिछली बार 2016 में घरेलू म्यूचुअल फंडों ने आरआईएल में अपनी हिस्सेदारी को घटाया था, जिसमें कहा गया था कि घरेलू म्यूचुअल फंडों की आरआईएल में 30 सितंबर तक 5.12 फीसद हिस्सेदारी थी, जो पिछली तिमाही में 5.37 फीसद थी। प्रमोटरों ने भी अपनी हिस्सेदारी 50.37 फीसद से 50.49 फीसद कर ली है।