नई दिल्ली : देश में लगातार बढ़ते कोरोना के नये मामलों ने लोगों के दिल और दिमाग पर गहरा असर डाला है, जिसे लेकर वो इस महामारी से बचने के लिए कई तरह के कदम उठा रहे है। इसी बीच राजस्थान के भीलवाड़ा में एक ऐसी दर्दनाक घटना घटी, जिसने एक बार फिर राजस्थान सरकार को सोचने को विवश कर दिया। जहां पर एक दो माह की बच्ची की तबियत अचानक बिगड़ गई, जिसने बच्ची की जान ले ली।
खबरों की मानें तो बच्ची को निमोनिया हो गया था पर उसके परिजन बच्ची को अस्पताल नहीं लेकर गए और अंधविश्वास के चलते गर्म सलाखों को पेट पर तीन जगह दाग दिया। बच्ची के पेट पर जब गर्म सलाखों से गहरे जख्म बन गए, तब उसकी तबियत और अधिक खराब होने लगी। इसके बाद फिर बच्ची के माता-पिता उसे अस्पताल लेकर गए। लेकिन इलाज के दौरान बच्ची ने दम तोड़ दिया।
आपको बता दें कि इस मामले में बाल कल्याण समिति राजसमंद के अध्यक्ष कमल पालीवाल की रिपोर्ट पर राजसमंद जिले कि रेलमगरा थाना पुलिस ने दर्ज किया है। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि पिछले एक माह में इस तरह का यह दूसरा मामला है।
गौरतलब है कि राजस्थान के भीलवाड़ा में बीमारी दूर करने के नाम पर बच्चों के पेट में गर्म सलाखे दागना कोई नई बात नहीं है। यहां पर अक्सर इस तरह के मामले सामने आते रहे हैं। लोग तांत्रिक की बातों में आकर अंधविश्वासी बन जाते हैं और मासूमों पर जुल्म करते हैं। प्रशासन की तरफ से लोगों को लगातार जागरूक किया जाता रहा है।
बता दें कि इस मामले में स्थानीय पुलिस द्वारा कई तांत्रिकों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है, इसके बावजूद लगातार इस तरह के मामले सामने आ रहे है। जिसकी वजह से कई मौतें भी हुई हैं।