महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। इसी महीने की शुरुआत में उनकी ब्रेन सर्जरी करायी गयी थी। उनके दिमाग में खून के थक्के मिले थे। तब यह कहा गया था कि उनकी शराब की लत छुड़ाने का इलाज करवाया गया है।
खेल के सबसे महान खिलाड़ियों में एक में शुमार किए जाने वाले माराडोना ने साल 1986 विश्व कप में अर्जेंटीना की जीत में अहम भूमिका निभायी थी और इसी खिताबी जीत ने उन्हें दुनिया भर के बच्चे-बच्चे के बीच लोकप्रिय बना दिया था।
मारोडोना 1982 के विश्व कप फ़ुटबॉल से सबसे पहले चर्चा में आए। यह विश्व कप स्पेन में खेला गया था लेकिन उस समय मात्र 21 वर्षीय माराडोना अर्जेंटीना के स्टार खिलाड़ी के रूप में उभर कर आए।
इसके बाद 1986 में जब अर्जेंटीना ने वर्ल्डकप जीता तब माराडोना उस टीम के कैप्टन थे।
अपने करियर के दूसरे दौर में माराडोना कोकीन की लत का शिकार हो गए थे। साल 1991 में वो ड्रग्स टेस्ट के लिए पॉज़िटिव पाए गए थे और उन्हें 15 महीने के लिए खेल से प्रतिबंधित कर दिया गया था।
माराडोना ने साल 1997 में अपने 37वें जन्मदिन पर प्रोफ़ेशनल फ़ुटबॉल से रिटायरमेंट ले लिया था।
माराडोना को साल 2008 में अर्जेंटीना की फ़ुटबॉल टीम का प्रमुख कोच बनाया गया था। उन्होंने साल 2010 में यह पद छोड़ दिया जब विश्व कप के क्वार्टर फ़ाइनल में जर्मनी ने अर्जेंटीना की टीम को हरा दिया था।
वो यूएई और मेक्सिको की टीमों के इंचार्ज भी रहे थे।
अर्जेंटीना फुटबॉल एसोसिएशन ने जारी बयान में कहा कि हमारे लीजेंड खिलाड़ी के निधन की खबर सबसे बड़ा दुख है। आप हमेशा हमारे दिल में रहेंगे।
One of the all-time greats.
Rest in peace, Diego Maradona. pic.twitter.com/6Bf1gMEUdg
— Sunderland AFC (@SunderlandAFC) November 25, 2020