देहरादून: नोटबंदी के चार साल बाद भी देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर नहीं लौटी है। नोटबंदी से केवल भाजपा, अंबानी और अडानी को लाभ मिला। देश के आमजन से लेकर व्यापारी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। यहां बात पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कही।
रविवार को राजपुर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि नोटबंदी से कहीं भी लाभ नहीं हुआ। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि नोटबंदी में भजपा ने अकूत धन पार्टी के नाम पर अर्जित किया। आज बीजेपी के राज्य स्तर पर ही नहीं ब्लाक व मंडल स्तर पर कार्यालय खुल रहे हैं। इस कार्यालयों के निर्माण में अरबों रुपये पानी की तरह बाहे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज देश की अर्थव्यवस्था माईनस में चल रही है। हमारे देश की अर्थव्यवस्था से अधिक शसक्त बांग्लादेश, श्रीलंका और मालद्वीप की अर्थव्यवस्था है।
उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी के दौरान देश की जनता से 50 दिन मांगे थे, लेकिन आज चार साल पूरे हो गए। अब देश की अर्थव्यवस्था क्यों नहीं सुधर रही है। नोटबंदी से आतंकवाद समाप्त होने के दावे भी झूठे साबित हो रहे हैं। इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, गरिमा दसोनी, महेश जोशी आदि मौजूद रहे।
प्रदेश ने ’20 वर्षों में क्या खोया-क्या पाया’, कांग्रेस इस विषय पर नौ नवंबर को मंथन करेगी। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम ङ्क्षसह ने कहा कि राज्य अपनी स्थापना के 20 वर्ष पूरे करने जा रहा है, ऐसे में पलायन को थामना सबसे बड़ी चुनौती है। प्रीतम ने कहा कि पर्यटन को रोजगार के अवसरों में बदलने के साथ ही स्वास्थ्य और शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान देना होगा। इस अवधि में राज्य ने विकास के नए आयाम भी स्थापित किए हैं।
गैरसैंण के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के बावजूद सरकार ने वहां गर्मियों में जाना मुनासिब नहीं समझा। कांग्रेस ने गैरसैंण को राजधानी के रूप में विकसित करने का कार्य शुरू किया, लेकिन भाजपा सरकार ने उसे कोविड सेंटर बनाकर रख दिया। उधर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने बताया कि नौ नवंबर को सभी जिला मुख्यालयों पर पार्टी इकाइयों की ओर से गोष्ठी आयोजित की जाएंगी। गोष्ठी में राज्य के शहीद आंदोलनकारियों के संघर्ष पर विचार रखे जाएंगे। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में भी यह कार्यक्रम होगा।