नई दिल्ली : आज पूरा देश ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का पर्व मना रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं ने देशवासियों को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी की बधाई दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लोगों को ईद-ए-मिलाद-उन-नब़ी की बधाई दी है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि, ‘मिलाद-उन-नबी की बधाई! चारों और शांति और समृद्धि हो। दया और भाईचारे के गुण हमेशा कायम रहें। ईद मुबारक।’
Milad-un-Nabi greetings. Let there be peace and prosperity all around. May the virtues of kindness and brotherhood always prevail. Eid Mubarak!
— Narendra Modi (@narendramodi) October 19, 2021
वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर लिखा कि, टपैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के पावन अवसर पर, मैं सभी देशवासियों, विशेष रूप से हमारे मुस्लिम भाइयों-बहनों को मुबारकबाद देता हूं। आइए हम सब पैगंबर मोहम्मद के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज की खुशहाली के लिए और देश में सुख-शांति बनाए रखने के लिए कार्य करें।’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि, “मिलाद-उन-नबी के अवसर पर मेरी शुभकामनाएं। हम करुणा, शांति और भाईचारे की भावना से निर्देशित हों. ईद मुबारक!”
जानिए क्या है इसका इतिहास?
पैगंबर मोहम्मद का जन्म अरब के शहर मक्का में 570 ईस्वी में हुआ था। मोहम्मद साहब के पिता का नाम हजरत अब्दुल्लाह और माता का नाम आमना बीबी था। इस्लाम धर्म के अनुसार मोहम्मद साहब आखिरी नबी माने जाते हैं। हज़रत आदम अल इस्लाम से लेकर मोहम्मद साहब से पहले तक एक लाख चौबीस हज़ार नबी आये जिसमें हजरत नूह, हज़ार मूसा, हज़रात इसा के भी नाम शामिल हैं। मोहम्मद साहब आखिरी नबी थे और अल्लाह ने इन्हीं को पवित्र कुरान अता किया था जिसे आसमानी (अकाशी) किताब भी कहा जाता है।
आपको बता दें कि इस त्योहार को बारावफात भी कहा जाता है। इसीलिए मुस्लिम समुदाय के लोग ये पर्व बड़े ही धूम-धाम से मनाते हैं।