नई दिल्ली : कोरोना काल के कारण पिछले कई महीनों से बंद पड़े स्कूल अब बहुत जल्द खुलने वाले है, इसे लेकर लगभग सभी तैयारियां कर ली गई है। आपको बता दें कि 18 जनवरी 2021 से सभी स्कूल खुलने वाले है। इसे लेकर दिल्ली सरकार ने भी एक आदेश जार किया है। जिसके अंतर्गत किसी भी बच्चे को माता-पिता की सहमति से बुलाया जा सकेगा।
दिल्ली सरकार ने सर्कुलर जारी कहा कि प्री-बोर्ड तैयारी और व्यावहारिक कार्यों से संबंधित गतिविधियों का संचालन करने के लिए, सरकारी और सहायता प्राप्त / सहायता प्राप्त स्कूल केवल कक्षा 10 और 12 के छात्रों को 18 जनवरी से स्कूल में बुला सकते हैं। माता-पिता की सहमति से ही बच्चे को स्कूल बुलाया जाना चाहिए।
While the records of children coming to school be maintained, the same should not be used for attendance purpose as sending the child to school is completely optional for parents: Government of Delhi. https://t.co/syL5N55Pf9
— ANI (@ANI) January 13, 2021
हालांकि, इस दौरान स्कूल आने वाले छात्रों का रिकॉर्ड रखा जाएगा, लेकिन इसका इस्तेमाल अटेंडेंस लगाने के उद्देश्य से नहीं किया जाएगा क्योंकि छात्रों को स्कूल आना पूरी तरह पैरेंट्स की इच्छा के मुताबिक वैकल्पिक होगा। आपको बता दें कि कोविड-19 महामारी की रोकथाम को लेकर पिछले साल मार्च से ही राष्ट्रीय राजधानी के सभी स्कूलों को छात्रों के आने पर रोक लगा दी गई थी। 10 महीने के बाद ऐसा पहली बार है जब छात्र स्कूल परिसर में वापस लौटेंगे।
आपको बता दें कि कोरोना काल के दौरान देश की अधिकतर सेवाएं ठप हो गई थी। जिससे विद्यार्थियों के सामने भी अपने भविष्य को लेकर सवाल खड़ा हो गया। हालांकि इस दौरान सरकार और स्कूलों ने ऑन लाइन एजुकेशन को बढ़ावा तो दिया, लेकिन इससे छोटे-छोटे बच्चों के सामने कई चुनौतियां खड़ी नजर आईं। जैसे किसी वर्क को नहीं समझना, पढ़ाई में रूचि ना होना और बोरिंग महसूस करना। अब जबकि सभी स्कूलें खुलने वाली हैं तो ऐसे में ये देखना बेहद ही दिलचस्प होगा कि कितने प्रतिशत विद्यार्थी की उपस्थिति कक्षा में होती है। खबरों की मानें तो विद्यार्थियों के इसी उपस्थिति पर सरकार का अगला निर्णय निर्भर रहेगा।