पटपड़गंज विधानसभा सीट दिल्ली की प्रमुख और चर्चित विधानसभा सीटों में से एक है। यह सीट दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के लिए मशहूर रही है, जिन्होंने यहां से तीन बार जीत दर्ज की है। इस बार, मनीष सिसोदिया के जंगपुरा सीट से चुनाव मैदान में उतरने के बाद, आम आदमी पार्टी (आप) ने अवध ओझा, भा.ज.पा. ने रवींद्र सिंह नेगी, और कांग्रेस ने अनिल कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है। आइए, जानते हैं इस सीट का चुनावी इतिहास और इस बार के मुकाबले के बारे में।
पटपड़गंज सीट का चुनावी इतिहास
1952 में दिल्ली विधानसभा की स्थापना के बाद पटपड़गंज सीट पर पहला चुनाव 1993 में हुआ था, जब भा.ज.पा. के ज्ञान चंद ने जीत दर्ज की थी। इस सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर देखी जाती रही है।
1993 के चुनाव में भाजपा के ज्ञान चंद ने 2,147 वोटों से जनता दल के अमरीश सिंह गौतम को हराया था। इसके बाद, 1998 में कांग्रेस ने पटपड़गंज में अमरीश सिंह गौतम के रूप में विजय प्राप्त की। 2003 में भी उन्होंने कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करते हुए जीत दर्ज की।
2008 के चुनाव में कांग्रेस के अनिल कुमार ने भा.ज.पा. के नकुल भारद्वाज को महज 663 वोटों के अंतर से हराया था। इसके बाद 2013 में आम आदमी पार्टी के मनीष सिसोदिया ने भा.ज.पा. के नकुल भारद्वाज को हराकर पहली बार इस सीट पर कब्जा किया।
2015 में, मनीष सिसोदिया ने भा.ज.पा. के विनोद कुमार बिन्नी को हराकर आप को पटपड़गंज सीट पर दूसरी बार जीत दिलाई। हालांकि, 2020 के चुनाव में सिसोदिया को कड़ी टक्कर मिली, लेकिन उन्होंने केवल 3,207 वोटों के अंतर से भा.ज.पा. के रवींद्र सिंह नेगी को हराया।
2025 के चुनावी समीकरण
2025 के चुनावों में, आम आदमी पार्टी ने अवध ओझा को टिकट दिया है, जो हाल ही में पार्टी में शामिल हुए हैं और सिविल सेवा छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। भा.ज.पा. ने रवींद्र सिंह नेगी को फिर से उम्मीदवार बनाया है, जिन्होंने 2020 में सिसोदिया को कड़ी चुनौती दी थी। कांग्रेस ने भी अनिल कुमार को फिर से मैदान में उतारा है, जो इस सीट पर पहले भी विजयी रह चुके हैं।
इस बार, पटपड़गंज सीट पर मुकाबला बेहद रोचक और कांटे की टक्कर का हो सकता है, क्योंकि सभी प्रमुख दलों ने अपनी तरफ से मजबूत उम्मीदवार उतारे हैं। देखना यह होगा कि इस बार पटपड़गंज की जनता किसे अपना समर्थन देती है।