दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आठ फरवरी को हुई वोटिंग के बाद अब ग्यारह फरवरी का इंतजार है। जब चुनाव आयोग चुनावी नतीजे घोषित करेगा। हालांकि इससे पहले आए तमाम एक्जिट पोल के मुताबिक दिल्ली में केजरीवाल सरकार की वापसी हो रही है।
लेकिन ये वासपी पिछली बार की तरह बंपर जीत के साथ होती है या फिर 2015 की तुलना में 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की जीत नरम रहती है। वोटिंग खत्म होने के बाद आए तमाम एग्जिट पोल आम आदमी पार्टी को बहुमत मिलने की भविष्यवाणी कर रहे हैं।
जबकि भारतीय जनता पीर्टी (बीजेपी) की सीटें भी बढ़ सकती हैं। लेकिन कांग्रेस पार्टी के प्रदर्शन में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है। किसी भी एक्जिट पोल में उसे एक सीट मिलने की संभावना जताई गई है। तो कुछ ने कहा है कि लगातार दूसरी बार राजधानी में पार्टी का खाता भी नहीं खुल सकेगा।
वहीं एक एग्जिट पोल के अनुसार, कांग्रेस और बीजेपी के वोट शेयर में वृद्धि हो सकती है, जबकि कांग्रेस का हिस्सा घटकर पांच पर्सेंट तक सिमट सकता है। फिलहाल दिल्ली के मतदाताओं ने अपना फैसला ईवीएम में कैद कर दिया है, जो ग्यारह फरवरी को सामने आएंगे।