रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: कोरोना महामारी ने एक तरफ जहां दुनियां की अर्थव्य़वस्था तोड़कर रख दी है। इसकी चपेट में भारत भी रहा है। वहीं दूसरी ओर भ्रष्ट लोगों का धंधा इस माहामारी में भी फलता-फूलता रहा है। ऐसा हम नहीं कह रहें हैं, बल्कि दुनियांभर में करप्शन पर पैनी निगाह रखने वाली रैंकिंग एजेंसी ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने बताया है।
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने साल 2020 का करप्शन पर्सेप्शन्स इंडेक्स’ मतलब CPI जारी कर दिया है। इस एजेंसी ने बताया है कि कोरोनाकाल में भारत में करप्शन कम होने के बजाय और बढ़ गया। आपको बता दें कि दुनिया में सबसे कम करप्शन न्यूजीलैंड में है।
CPI का सर्वे के मुताबिक भारत पिछले साल 40 अंकों के साथ 86वें स्थान पर है। जबकि साल 2019 में ये 41 अंकों के साथ 80वें स्थान पर था। आपको बता दें कि जिन देशों को 100 में से सबसे ज्यादा अंक मिलते हैं, वो कम भ्रष्ट देश होता है।
वहीं पड़ोसी मुल्कों की बात करें तो चीन ने भ्रष्टाचार पर कुछ हद तक काबू पाया है। ‘2020 करप्शन पर्सेप्शन्स इंडेक्स’में यह अब 78वें स्थान पर पहुंच गया है। आपको बता दें कि साल 2020 लगभग कोरोना के भेट चढ़ गया था। बावजूद इसके भ्रष्टाचार में कमीं नहीं आई है।