रिपोर्ट: नंदनी तोदी
हरिद्वार: साल 2020 में कोरोना महामारी ने पुरे देश पर गहरा असर डाला है। जिसे लेकर काफी कहर मच गया था। एक बार फिर देश में कोरोना के बढ़ते मामले से कोहराम मच रहा है। इतना ही नहीं कोरोना के नए स्ट्रेन पर अब सबकी नज़रें टिकी हुई है। इसी बीच हरिद्वार में होने वाले माघ मेले को लेकर उत्तराखंड सरकार काफी सतर्क है।
आपको बता दें, शनिवार को होने वाले माघ पूर्णिमा स्नान और आने वाली कांवड़ यात्रा को देखते हुए हरिद्वार प्रशासन ने कोरोना वायरस के स्ट्रेन को लेकर कोविड टेस्ट अनिवार्य किया है। बता दें, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और केरल उन पांच राज्यों में से हैं जहा कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने अपना पांव पसार लिया है। इसी को मद्द्यनजर रखते हुए यहां आने वाले श्रद्धालुओं की जांच को लेकर सख्त एडवायजरी जारी की गई है।
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने कहा कि हरिद्वार में सभी गंगा स्नानों पर रैंडम चेकअप कराया जा रहा है। नए स्ट्रेन से प्रभावित 5 राज्यों से आने वाले लोगों की कोरोना जांच अनिवार्य रूप से कराई जाएगी। दूसरे राज्यों से आने वाले सभी श्रद्धालुओं का कोविड टैस्ट होगा. मेले में 500 से अधिक डॉक्टरों की तैनाती की गई है. एक हजार से अधिक यहां पैरामेडिकल स्टॉफ सक्रिय रहेगा।
चूंकि कोरोना का संकट अभी तक टला नहीं है, इसी बीच उत्तराखंड में होने वाले कुम्भ मेला भले ही एक महीने के लिए कर दिया गया हो लेकिन इसमें भी कई तरह के इंतज़ाम किये गए हैं।
इसी बीच चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्जुन सिंह सेंगर ने बताया कि मेले में 500 डॉक्टरों के अलावा 1 हजार से अधिक पैरामेडिकल स्टाफ तैनात किया गया है। मेला क्षेत्र में विशेष कोविड केयर सेंटर भी बनाए गए हैं। इसके अलावा महामारी का प्रसार रोकने वाली केंद्र सरकार की संस्था एनसीडीसी के द्वारा भी कुंभ मेले में तैनात चिकित्सकों को ट्रेनिंग दी गई है। जिसके तहत डॉक्टरों को वायरस के फैलाव को रोकना और सर्विलांस बढ़ाने जैसी गतिविधियों के बारे में प्रशिक्षित किया गया है।