रिपोर्ट: सत्यम दुबे
उज्जैन: देश में कोरोना के दूसरे लहर से तबाही मची हुई है, लोग ऑक्सीजन और जरुरी दवाईयों के बिना दम तोड़ रहे हैं, ऐसा ही एक खौफनाक मंजर मध्य प्रदेश के उज्जैन से सामने आया है, जिसे जानकर आपके होश उड़ जायेंगे। सिस्टम धराशाई होने पर जब इस महिला की सांसे उखड़ने लगी तो पति ने ठेले पर ही ऑक्सीजन लगा दी, पति के कई बार एंबुलेंस की मिन्नतें करने के बाद भी जब एंबुलेंस नहीं मिली, तो वह रोता हुआ पत्नी को ठेले पर लेकर चल पड़ा।
आपको बता दें कि उज्जैन निवासी इब्राहिम की पत्नी छोटी बीवी अस्थमा की मरीज है। बुधवार शाम उसकी अचानक तबीयत खराब हो गई। उसकी तेज-तेज सांसे चलने लगीं, मामला बिगड़ता देख पति ने कई ऐंबुलेंस वालों को कॉल किए, लेकिन कोई आने को तैयार नहीं हुआ। वह विनती करता रहा कि आपको जितना पैसा चाहिए मिल जाएगा, बस आ जाओ, नहीं तो मेरी पत्नी मर जाएगी। लेकिन किसी ऐंबुलेंस चालक का दिल नहीं पसीजा।
जब कोई एंबुलेंस वाला नहीं आया तो इब्राहिम ने आनन फानन में पास खड़े ठेले को ही अपना ऐंबुलेंस बना लिया। वह ठेले पर पत्नी को लिटाकर अस्पताल ले जाने लगा। इतना ही नहीं जब उसकी सांसे उखड़ने लगीं तो ठेले पर ही ऑक्सीजन सिलेंडर लगा दिया। जिसने भी यह सीन देखा वह भावुक हो गया। बिलखता परिवार ठेले पर ऑक्सीजन लगाए चले जा रहा था।
इब्राहिम मे पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराया है, अब उसकी तबीयत ठीक है। परिवार के सदस्यों और इब्राहिम की सूझ बूझ से सही समय पर उसे अस्पताल पहुंचा कर उसकी जान बचाई गई। इसपर इब्राहिम ने कहा कि अगर चंद सेकेंड की देर हो जाती तो मेरी पत्नी की जान जा सकती थी। आपको बता दें कि इब्राहिम सिर्फ आठवीं क्लास तक पढ़े हैं उनके सही फैसले ने परिवार को उजड़ने से बचा लिया।