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सरकारी दफ्तर में घुसकर कांग्रेस विधायक की गुंडागर्दी, फोड़ी कर्मचारी की आंख; अभी तक दर्ज नहीं हुआ मामला

Congress MLA's hooliganism by entering government office, boils employee's eye; छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस के विधायक विनोद चंद्राकर ने सरकारी दफ्तर में घुसकर गुंडागर्दी की है। इस दौरान एक कर्मचारी की आंख फूट गई।

By: Amit ranjan 
Updated:
सरकारी दफ्तर में घुसकर कांग्रेस विधायक की गुंडागर्दी, फोड़ी कर्मचारी की आंख; अभी तक दर्ज नहीं हुआ मामला

नई दिल्ली: देश के पांच प्रमुख राज्यों में 2022 में चुनाव होने है, उससे पहले ही कांग्रेस लगातार अपनी सियासी जमीन बचाने की कोशिश कर रही है। इसी बीच छत्तीसगढ़ से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिससे कांग्रेस नेताओं के उम्मीदों पर पानी फिर सकता है। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस के विधायक विनोद चंद्राकर ने सरकारी दफ्तर में घुसकर गुंडागर्दी की है। इस दौरान एक कर्मचारी की भी आंख फूट गई।

मारपीट के दौरान कर्मचारी की आंख फूट गई

मामला राज्य के महासमुंद जिले का है। विधायक विनोद चंद्राकर पर आरोप है कि उन्होंने अपने समर्थकों के साथ आबकारी कार्यालय में घुसकर कर्मचारियों के साथ मारपीट की। मारपीट के दौरान एक कर्मचारी की आंख भी फूट गई। बड़ी बात यह है कि इस मामले में पुलिस ने अभी तक किसी तरह का कोई मामला दर्ज नहीं किया है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो

बताया जा रहा है कि आबकारी अधिकारी विधायक विनोद चंद्राकर के मनमुताबिक काम नहीं कर रहे थे, इसलिए उन्होंने अधिकारियों के साथ मारपीट की। मारपीट के दौरान जिस कर्मचारी की आंख फूटी है, वह लिपिक था। मारपीट के बाद इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें विधायक विनोद चन्द्राकर खुद मौजूद हैं।

एक्ससाइज ऑफिस में ऑपरेटर के पद पर काम करता है कर्मचारी

सरकारी लिपिक आबकारी विभाग में सरकारी लिपिक और घटना के दौरान घायल हुए लीलाराम शाहु ने कहा कि, ‘’महासमुंद में विधायक विनोद चंद्राकर ने अपने साथी दीपक ठाकुर और अन्य लोगों के साथ आकर मुझसे मारपीट की और मेरा मोबाइल भी छीन लिया। मैं एक्ससाइज ऑफिस में ऑपरेटर के पद पर काम करता हूं।’’

शिकायत के बाद भी दर्ज नहीं किया मामला

आपको बता दें कि विधायक द्वारा की गई मारपीट में घायल आबकारी कर्मचारी से इसकी लिखित शिकायत थाने में भी की, लेकिन अबतक विधायक या उनके साथियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि महासमुंद में आबकारी विभाग में विधायक सरकारी शराब दुकानों में अपने मनमुताबिक काम करवाना चाहते हैं, लेकिन सरकारी अधिकारी इसके लिए तैयार नहीं हैं जिसके चलते बार-बार विधायक आबकारी कार्यालय में घुसकर कर्मचारी और अधिकारियों को धमकी देते हैं और उनकी पिटाई करते हैं।

गौरतलब है कि अगले साल यानी की 2022 में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, महाराष्ट्र और मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने है। इसे लेकर कांग्रेस लगातार मेहनत कर रही है। लेकिन जिस प्रकार कांग्रेस शासित राज्य से कांग्रेस विधायक के गुंडागर्दी के मामले सामने आये है, वो काफी शर्मनाक है। और इसे लेकर आम जनता को एक बार फिर काफी सोचने की जरुरत है।

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