रिपोर्ट: सत्यम दुबे
गाजियाबाद: केंद्र सरकार द्वारा लाये गये तीनों नये कृषि कानूनों के खिलाफ एक बार फिर किसान आंदोलन अपने चरम पर है। गाजियाबाद के दिल्ली-यूपी गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन के बीच बुधवार को बवाल हो गया। यूपी के बीजेपी प्रदेश मंत्री अमित वाल्मीकि के स्वागत में खड़े बीजेपी कार्यकर्ता और किसानों के बीच जमकर झड़प हुई है।
आपको बता दें कि इस झड़प को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि किसानों ने बड़ी संख्या में मौजूद गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए और कार्यकर्ताओं पर तलवार, भाले ,लाठी-डंडों से हमला किया है। जबकि दूसरी तरफ किसान नेता इसे बीजेपी की साजिश बता रहे हैं। वजह चाहे जो भी हो लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बीजेपी के काफिले को रवाना किया।
BJP की महानगर महिला उपाध्यक्ष रनीता सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री अमित वाल्मीकि बुधवार सुबह गाजियाबाद पहुंचे तो उनका स्वागत करने के लिए बीजेपी के कार्यकर्ता मौजूद थे। उनमें महिला कार्यकर्ता भी शामिल थीं। अचानक ही धरने पर बैठे किसानों ने जमकर हंगामा किया और मौजूद कार्यकर्ताओं पर लाठी-डंडों और तलवार-भाले वगैरह से हमला कर दिया।
जबकि बीजेपी नेता ने कहा कि, ‘किसान आंदोलन के नाम पर यहां कुछ गुंडे बैठे हुए हैं जिन्होंने इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया है।’ उन्होंने इन सभी आरोपियों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है और सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
वहीं दूसरी तरफ किसानों की तरफ से किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने कहा, ‘बीजेपी किसानों के आंदोलन को बदनाम किए जाने का प्रयास कर रही है। किसानों ने उनके साथ कोई मारपीट नहीं की है और ना ही किसी की गाड़ी तोड़ी है। बल्कि वहां मौजूद कुछ बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने खुद ऐसा किया है।’ जगतार सिंह ने बताया कि जो लोग किसानों पर आरोप लगा रहे हैं उन्होंने ही यह सब किया है। वह उनके खिलाफ थाने जाकर तहरीर देंगे।