केंद्र सरकार को कृषि कानूनों पर फिर से विचार करना चाहिए- मायावती
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा नये कृषि कानूनों के विरोध में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान भारी पुलिस बल की मौजूदगी में शनिवार को लगातार तीसरे दिन भी सिंघू और टिकरी सीमा पर डटे रहे। हालांकि किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए उत्तर दिल्ली में एक स्थान की पेशकश की गई थी।
इसी बीच रविवार को बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट कर किसानों के समर्थन में अपनी बात कही है। मायावती ने किसानों के समर्थन में कहा है कि केंद्र सरकार को कृषि कानूनों पर फिर से विचार करना चाहिए।
केन्द्र सरकार द्वारा कृषि से सम्बन्धित हाल में लागू किए गए तीन कानूनों को लेकर अपनी असहमति जताते हुए पूरे देश में किसान काफी आक्रोशित व आन्दोलित भी हैं। इसके मद्देनजर, किसानों की आम सहमति के बिना बनाए गए, इन कानूनों पर केन्द्र सरकार अगर पुनर्विचार कर ले तो बेहतर।
— Mayawati (@Mayawati) November 29, 2020
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, केंद्र सरकार द्वारा कृषि से सम्बंधित हाल में लागू किए गए तीन कानूनों को लेकर अपनी असहमति जताते हुए पूरे देश में किसान काफी आक्रोशित और आंदोलित भी हैं। इसके मद्देनजर, किसानों की आम सहमति के बिना बनाए गए, इन कानूनों पर केन्द्र सरकार अगर पुनर्विचार कर ले तो बेहतर।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसानों से अपील की है कि अगर वो बुरारी के निरंकारी मैदान में विरोध प्रदर्शन करने के लिए जाते हैं तो उसके अगले ही दिन किसानों की बात केंद्र सरकार सुनेगी। किसानों से कहा गया है कि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ संबंधित मैदान में प्रदर्शन जारी रख सकते हैं।