रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: मंगलवार की रात कासगंज में शराब माफियाओं ने पुलिस पर हमला कर पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया। शराब माफियाओं ने कानून को अपने हाथ में लेते हुए। कुर्की के लिए नोटिस चस्पा करने गए दरोगा अशोक पाल और सिपाही देवेंद्र कुमार सिंह को जमकर पीटा। इसी दौरान एक सिपाही को पीट-पीट कर मार डाला। वहीं दरोगा की हातल गंभीर बताई जा रही है।
हम आपको देवेंद्र जसावत के बारे में बताते हैं।
शहीद सिपाही देवेंद्र जसावत चार महीने पहले ही पिता बनें थे। चार महीने पहले ही बेटी पैदा होने पर खुशियां बनाई गई थी। तीन महीने बाद बहन के शादी है। इससे पहले ही भाई के शहीद हो जाने पर खुशी वाले घर में मातम पसर गया गया। देवेंद्र जसावत अपने परिवार के इकलौते चिराग थे, जिन्हें शराब माफियाओं ने बुझा दिया।
देवेंद्र आगरा के डौकी थाना क्षेत्र के नगला बिंदू गांव के रहने वाले किसान महावीर सिंह के इकलौते बेटे थे। देवेंद्र साल 2015 में पुलिस भर्ती हुए थे। वहीं देवेंद्र की इकलौती बहन प्रीती हैं। जिसकी मई में शादी होनी है। देवेंद्र की शादी साल 2016 में चंचल से हुई थी, जो पति के मौत की खबर से बेसुध हो गई है। देवेंद्र को दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी वैष्णवी तीन साल की है। छोटी बेटी महज चार माह की है।
परिवार ने डीएम से मुलाकात की। इस दौरान देवेन्द्र के पिता ने कहा, “मेरा एक ही बेटा था। 2015 में पुलिस में भर्ती हुआ था और 2017 में उसकी शादी हुई थी। बेटा शहीद हुआ है। इसका बदला लेना चाहिए।“ इस घटना का सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया और सिपाही देवेंद्र जसावत के परिवार को 50 लाख की आर्थिक मदद और एक नौकरी देने की घोषणी की है।