रिपोर्ट: सत्यम दुबे
लखनऊ: यूपी में CM योगी की सरकार सूबे में माफियाओं पर कहर बनकर टूटी है। सरकार बनते ही सीएम योगी ने एलान कर दिया था कि सूबे या तो माफिया सुधर जायें, या तो UP छोड़ दें। योगी सरकार ने पिछले डेढ़ साल की अवधि में ही माफिया से तकरीबन 1128 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। यूपी पुलिस की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक ये संपत्ति कुल 33 माफियाओं से जब्त की गई है।
UP पुलिस के आंकड़ों की मानें तो जनवरी 2020 से अब तक 25 बड़े माफिया से ये संपत्ति जब्त की गई है। जब्त की गई संपत्ति में अवैध जमीन साथ ही साथ नकदी भी है। आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2020 से अप्रैल 2021 तक कुल 5558 मामले दर्ज किए गए। इस दौरान 22259 अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। सरकार की ओर से सूचीबद्ध किए गए 25 माफिया के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई और उनकी 11 अरब 28 करोड़ 23 लाख 97 हजार 846 रुपये की चल अचल संपत्ति जब्त की गई है।
आपको बता दें कि यूपी के बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के गैंग के 244 सदस्यों पर आजमगढ़, मऊ, वाराणसी में कार्रवाई की गई है। इस साल मई तक के आंकड़ों के मुताबिक मुख्तार गैंग के सदस्यों की 1 अरब 94 करोड़ 82 लाख 67 हजार 859 रुपये की संपत्ति ध्वस्त या जब्त की गई। मुख्तार गैंग के 158 अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं जबकि 122 असलहों के लाइसेंस निरस्त किए गए हैं। पुलिस ने आंकड़ों में बताया कि 110 अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर, 30 के खिलाफ गुंडा एक्ट और छह के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई है।
मुख्तार के बाद अतीक अहमद के 89 गुर्गों के खिलाफ भी कार्रवाई हुई है। प्रयागराज क्षेत्र में अब तक अतीक और उसके गुर्गों की 3 अरब 25 करोड़ 87 लाख की संपत्ति ध्वस्त या जब्त की जा चुकी है। अतीक गैंग के 60 सदस्यों के असलहे निरस्त किए गए हैं और 21 मुकदमे दर्ज कर नौ को जेल भेजा गया है। 11 के खिलाफ गुंडा एक्ट और एक के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है।
वहीं सुंदर भाटी गैंग के नौ सदस्यों पर की गई कार्रवाई में 63 करोड़ 24 लाख 53 हजार की संपत्ति ध्वस्त या जब्त की गई है। गैंग के चार शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर तीन को जेल भेज दिया गया है। दो के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। बलिया जेल में बंद माफिया ध्रुव कुमार उर्फ कुंटू सिंह गैंग के 43 सदस्यों के खिलाफ हुई कार्रवाई में 20 मुकदमे दर्ज कर सभी को गिरफ्तार किया गया है।
आपको बता दें कि पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ की गई कार्रवाई में अब तक 204 शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए हैं। वहीं 515 आपराधिक गैंग के सदस्यों के खिलाफ 203 मुकदमे दर्ज किए गए। 240 से अधिक अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है और इनमें से 67 के खिलाफ गुंडा एक्ट, 148 के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और छह के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की गई है। सूचीबद्ध माफिया में संजीव उर्फ जीवा (मुजफ्फरनगर), ओमप्रकाश उर्फ बब्लू श्रीवास्तव (लखनऊ), सुंदर भाटी, सिंहराज भाटी (नोएडा) को आजीवन कारावास की सजा हुई है।
वहीं माफिया आकाश जाट को भी दो मामलों में सात और तीन साल की अलग-अलग सजा हुई है। इस गैंग के सदस्य अमित उर्फ भूरा को तीन और एक साल की सजा हुई है। सूचीबद्ध माफिया से अलग कुख्यात अपराधियों की भी करीब 40 करोड़ रुपये की संपत्ति ध्वस्त या जब्त की गई है।