नई दिल्ली : पिछले कुछ दिनों से यूपी सरकार के अंदरखाने में मची हलचल अब शांत होती नजर आ रही है। हालांकि इस हलचल को शांत करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष 3 दिन तक लखनऊ में रह करके मंत्रियों और विधायकों से बैठक की। आपको बता दें कि अब इस बैठक के नतीजे सामने आने लगे हैं।
जानकारी के मुताबिक सबसे ज्यादा शिकायतें इस बात की थी कि प्रदेश में तमाम निगम, आयोगों और प्रकोष्ठ में जगह खाली हैं और सरकार इन्हें भर नहीं रही है। इसके चलते बड़ी दिक्कत हो रही हैं।
सूत्र बताते हैं कि संगठन, सरकार के साथ मिलकर इन खाली जगहों को भरने की कवायद शुरू कर दी है, जो कि आने वाले 1 महीने मे पूरी हो जाएगी। दरअसल अभी तक की जानकारी के मुताबिक प्रदेश में अल्पसंख्यक आयोग,अनुसूचित जाति आयोग, अन्य पिछड़ा आयोग में अध्यक्ष का पद लंबे समय से खाली हैं।
भाजपा में महिला मोर्चा, किसान मोर्चा, युवा मोर्चा अनुसूचित जाति मोर्चा, अन्य पिछड़ा वर्ग मोर्चा और अल्पसंख्यक मोर्चा में अध्यक्ष भी नहीं हैं। भारतीय जनता पार्टी के मीडिया विभाग, मीडिया संपर्क विभाग, प्रशिक्षण विभाग, प्रचार- प्रसार विभाग में टीम की कमी है। विधि प्रकोष्ठ, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ, चिकित्सा प्रकोष्ठ, व्यापार प्रकोष्ठ समेत कई प्रकोष्ठों मे नियुक्तियां होनी बाकी है।
आगामी विधानसभा चुनावों के चलते कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने और उन्हें मज़बूत करने के लिये ज़रूरी है कि उन्हें कुछ ज़िम्मेदारियां दी जाएं। लिहाज़ा अब संगठन और सरकार ने इस पर सहमति जताई है कि जल्द ही इन जगहों को भरा जाये, जिससे कि संगठन और मज़बूत हो सके।
आपको बता दें कि यूपी में बीजेपी की सरकार और संगठन के बीच आपसी मतभेद की खबरों के बीच पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संगठन बीएल संतोष लखनऊ आए थे। उन्होंने तीन दिन तक मंत्रियों, संगठन के बड़े पदाधिकारियों के साथ ही आरएसएस के प्रचारकों से फीडबैक लिया। मंत्रियों और संगठन के लोगों ने एक-एक करके अपनी समस्या बताई थी।
सूत्रों के मुताबिक, बीएल संतोष के सामने सरकार और संगठन के खाली पदों का मसला उठा था। कई मंत्रियों ने ब्यूरोक्रेसी पर भी सवाल उठाए थे। हालांकि, मीडिया के कैमरे के सामने केशव मौर्या सरीखे मंत्री और संगठन के बड़े पदाधिकारी ऑल इज वेल बोलते नजर आएं।