लोकतांत्रिक जनता दल के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव फिलहाल अस्वस्थ है और स्वाथ्य लाभ ले रहे है वही बिहार चुनाव भी नजदीक है तो ऐसे में अब उनकी बेटी ने उनकी जगह कमान संभालने का निर्णय लिया है।
आपको बता दे कि आज उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है।
इस मौके पर कांग्रेस प्रवक्ता खेड़ा ने कहा, ‘‘हमें गर्व है कि सुभाषिनी यादव कांग्रेस में शामिल हुई हैं। उनके पिता का भारत के संसदीय लोकतंत्र में बहुत बड़ा योगदान है।
इसके अलावा उनके साथ ही लोजपा के वरिष्ठ नेता काली पांडे भी कांग्रेस में शामिल हो गए। शरद यादव की तीस वर्षीय बेटी सुभाषिनी मधेपुरा की बिहारीगंज सीट से चुनाव लड़ सकती है।
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— Bihar Congress (@INCBihar) October 14, 2020
शिक्षा की बात करे तो उनके पास एमबीए की डिग्री है। आपको बता दे की शरद यादव नई पार्टी बनाने से पहले जेडीयू में ही थे लेकिन साल 2017 के बाद पार्टी विरोधी गतिविधि के लिए उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था।
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में वह महागठबंधन का हिस्सा थे और इसी के बैनर तले मधेपुरा से चुनाव भी लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
आपको बता दे की आज ही आरजेडी के नेता तेजस्वी ने भी अपना नामांकन भरा है।
लालू यादव की पार्टी आरजेडी इस समय उनके बेटे तेजस्वी के कंधों पर ही टिकी हुई है। लालू यादव इस समय चारा घोटाले के आरोप में जेल में है और इस समय आरजेडी के पुरे चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी अब तेजस्वी के ऊपर ही है।
पिछले 15 सालों से सत्ता में होने के बावजूद नीतीश कुमार ने मध्यमवर्गीय लोगों को बुनियादी सुविधाएं और सुशासन मुहैया करवाने में फेल हो गए है। pic.twitter.com/R57LapKND8
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नामांकन से पहले तेजस्वी ने ट्वीट भी किया है जिसमें उन्होंने बिहार के प्रति अपने वचन को दोहराया है। उन्होंने लिखा, मैंने सौगंध ली है कि बिहार के हित में सदा कार्य करता रहूँगा। हर बिहारवासी को जब तक उनका हर अधिकार नहीं दिला देता, चैन से बैठने वाला नहीं हूँ।
आगे उन्होंने लिखा है कि इस सौगंध को पूरा करने के क्रम में आज नामांकन करने जा रहा हूँ। परिवर्तन के इस शंखनाद में आपके स्नेह, समर्थन और आशीर्वाद का आकांक्षी हूँ। आपको बता दे की इस मौके पर राबड़ी देवी के हाथ में लालू यादव जी की तस्वीर भी थी और उन्होंने कहा की वो लालू यादव को मिस कर रही है।
मैंने सौगंध ली है कि बिहार के हित में सदा कार्य करता रहूँगा। हर बिहारवासी को जब तक उनका हर अधिकार नहीं दिला देता, चैन से बैठने वाला नहीं हूँ।
इस सौगंध को पूरा करने के क्रम में आज नामांकन करने जा रहा हूँ। परिवर्तन के इस शंखनाद में आपके स्नेह, समर्थन और आशीर्वाद का आकांक्षी हूँ। pic.twitter.com/IeT5E82xTs
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 14, 2020
इस बार के बिहार चुनाव इस लिए भी ख़ास है क्यूंकि एक तरफ आरजेडी के नेता लालू यादव जेल में है वही एलजेपी के लीडर रामविलास पासवान जी की असमय मौत हो चुकी है। दूसरी और चिराग पासवान बीजेपी से अलग होकर अपने दम पर चुनाव में इस बार ताल ठोक रहे है।
बात करे बीजेपी की तो इस बार बीजेपी ने अपने पुराने साथी जेडीयू का साथ थामा है और नीतीश कुमार को ही अपना सीएम कैंडिडेट बना दिया है। इस बार बीजेपी और जेडीयू साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे है।
इससे पहले के चुनावों में जेडीयू और आरजेडी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और जीत भी लिया था। इसके बाद करप्शन के मुद्दे पर नितीश कुमार ने सरकार छोड़ दी और बीजेपी ने उन्हें समर्थन दे दिया और सरकार में हिस्सेदार बन गई।