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बड़ा खुलासा : जम्मू के एयरबेस पर हमले का सामने आया पाकिस्तान कनेक्शन, भारत ने दर्ज कराया विरोध

By: Amit ranjan 
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बड़ा खुलासा : जम्मू के एयरबेस पर हमले का सामने आया पाकिस्तान कनेक्शन, भारत ने दर्ज कराया विरोध

नई दिल्ली : कहा जाता है कि घटना कोई भी हो, लेकिन अपराधि अक्सर अपराध करते समय कुछ न कुछ ऐसा सबूत छोड़ जाता है, जिससे वो खुद अपने जाल में फंस जाता है। ऐसा ही कुछ आतंक के पनाहगार पाकिस्तान के साथ भी हुआ। दरअसल जिस वक्त जम्मू में एयरबेस पर ड्रोन से हमला हुआ था ठीक उसी वक्त इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग में भी ड्रोन दिखा था।

बता दें कि भारत ने पाकिस्तान के सामने ये मामला उठाया है। रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना 26 जून की है। ड्रोन के दिखाई देने के समय भारतीय मिशन के अंदर एक कार्यक्रम चल रहा था। अभी तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है कि यह ड्रोन कहां से आया था और इससे भारतीय दूतावास की सुरक्षा को कोई खतरा तो नहीं हुआ।

जम्मू हवाई अड्डे की घटना से मिल रही तारीख

संयोग की बात यह भी है कि उसी तारीख को जम्मू स्थित भारतीय वायु सेना के अड्डे पर ड्रोन से विस्फोटक गिराए गए थे। 27 जून को भारतीय वायुसेना ने इस विस्फोट की जानकारी दी थी। इस हमले में भी पाकिस्तानी आतंकियों के हाथ होने की आशंका जाहिर की गई थी। जांच में पता चला था कि जम्मू हवाई अड्डे पर हमले के लिए मिलिट्री ग्रेड के विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया था।

हमले के बाद भी कई बार दिखे ड्रोन

जम्मू में 30 जून को भी दो ड्रोन देखे गए थे। एक ड्रोन सुबह 4 बजकर 40 मिनट पर कालूचक इलाके में दिखा तो वहीं दूसरा ड्रोन 4 बजकर 52 मिनट पर कुंजवानी में दिखा। बड़ी बात यह है कि ये दोनों इलाके एयरफोर्स स्टेशन के 7 से10 किलोमीटर के दायरे में आते हैं।

कहा जा रहा है कि जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हमले के बाद से लगातार ड्रोन देखे जा रहे हैं, जो सुरक्षा बलों के लिए चिंता की बात है। इतना ही नहीं जो भी ड्रोन स्पॉट हो रहे हैं, वह यहां मिलिट्री बेस और मिलिट्री स्टेशन के पास हो रहे हैं।

पाकिस्तान की साजिश जारी

गौरतलब है कि घाटी में सक्रिय आतंकियों को पाकिस्तान की आर्मी और आईएसआई ही ट्रेनिंग देती आई है। वो किसी भी सूरत में ये नहीं चाहती कि कश्मीर में फिर से अमन-चैन बहाल हो और वहां विधानसभा चुनाव कराने लायक माहौल बन पाये। रक्षा विशेषज्ञों व खुफिया सूत्रों की मानें तो सरकार के साथ कश्मीरी नेताओं की बातचीत की प्रक्रिया को पटरी से उतारने के लिए पाकिस्तान इसी तरह के और हमलों को अंजाम देने की कोशिश आगे भी करता रहेगा।

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