कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। दिल्ली सरकार के दफ्तरों में 50 फीसदी स्टाफ को बुलाने और 50 फीसदी स्टाफ को वर्क फ्रॉम होम के प्रस्ताव को उपराज्यपाल ने मंजूरी दे दी है।
आपको बता दे, दिल्ली सरकार ने इससे जुड़ा औपचारिक आदेश जारी कर दिया है। साथ ही कॉरपोरेट समेत निजी नियोक्ताओं से अपील की गई है कि वह भी इस नियम का पालन करें। हालांकि, यह नियम स्वास्थ्य, स्वच्छता, पुलिस, जलापूर्ति सरीखी बेहद जरूरी सेवाओं पर लागू नहीं होगा।
दिल्ली सरकार ने प्रस्ताव तैयार किया था कि सोशल डिस्टेंसिंग कायम रखने के लिए 50 फीसदी स्टाफ को ही दफ्तर बुलाया जाए। बाकी 50 फीसदी कर्मचारी घर से काम करें जबकि अभी तक सरकार के सारा स्टाफ दफ्तर आ रहा था।
दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर से काफी नुकसान देखने को मिला है। आपको बता दे कि दिवाली के बाद से ही दिल्ली में रोज कोरोना के केस में वृद्धि देखी जा रही थी जिसका एक सबसे बड़ा कारण प्रदुषण था। दरअसल, कोरोना वायरस के लिए सर्दी और प्रदूषण दोनों अनुकूल है क्यूंकि इनके साथ मिलकर वो और भी घातक हो जाता है।
वैसे दिल्ली के लोगों के लिए एक अच्छी खबर यह है की कोरोना के केस आख़िरकार अब कम हो रहे है। हालांकि, खतरा अब भी टला हुआ है। रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 4,906 नये मामले सामने आये जिसके बाद यहां संक्रमण दर 7.64 प्रतिशत है।
अगर मरने वालों लोगों की बात की जाए तो राजधानी में संक्रमण के कारण 68 लोगों की मौत हो गई, जिससे दिल्ली में मरने वाले लोगों की कुल संख्या 9,066 हो गई। आपको बता दे कि यह लगातार दूसरे दिन पांच हजार से कम केस आये है।