मणिपुर में जारी अस्थिरता और उग्रवादी गतिविधियों के बीच सुरक्षाबलों ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। राज्य के इंफाल ईस्ट, काकचिंग और थौबल जिलों में विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े 11 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इस कार्रवाई को मणिपुर में उग्रवाद पर लगाम कसने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया है।
इंफाल ईस्ट जिले के सावोमबंग काबुई खुंजाओ से पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया, जो कथित रूप से जबरन वसूली की गतिविधियों में संलिप्त था। उसके पास से दो पिस्तौल, एक हथगोला और एक डेटोनेटर बरामद किए गए हैं।
वहीं, कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (PWG) के चार सदस्यों को मंत्रिपुखरी फ्रेंच कॉलोनी से गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक, ये लोग हथगोले रखकर आम जनता को धमकाने की घटनाओं में शामिल थे। इनके पास से दो पिस्तौल, दो मैगजीन और गोला-बारूद भी मिला है।
● थौबल जिले के वांगजिंग अवांग लेईकाई से केसीपी (अपुनबा) के दो उग्रवादी पकड़े गए, जो एक खाली मकान में छिपे हुए थे।
● काकचिंग जिले से KCP (ताइबंगनबा) के एक सदस्य को भी गिरफ्तार किया गया है।
इन सभी के खिलाफ जबरन वसूली और हिंसक गतिविधियों में शामिल होने के साक्ष्य मिले हैं।
मणिपुर में मई 2023 से मैतेई और कुकी-जो समुदायों के बीच जातीय हिंसा में 260 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं। राज्य में अशांति के चलते 13 फरवरी 2025 को राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया था। उसके बाद से लगातार तलाशी और गिरफ्तारी अभियान चल रहे हैं।