{ बरेली से दीपक की रिपोर्ट }
बरेली के तहसील बहेड़ी में लॉकडाउन के चलते महिलाओं में पान की बड़ी किल्लत हो रही है और
महिलाएं पान की जगह अमरूद के पत्ते खाने को मजबूर है वहीं दूसरी ओर पान विक्रेताओं की जमकर चाँदी हो रही है।
दरअसल लॉक डाउन में जो पान विक्रेता हैं वह अपने मन माने रेट पर पान बेच रहे हैं। यहां तक कि एक पान 10 से 15 रुपये में बेचा जा रहा है और उसके लिए भी लोगों की खरीदने के लिए भीड़ उमड़ रही है जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाई जाती नज़र आ रही हैं।
पान कारोबारियों ने पान का स्टॉक कर पान बेचने के नाम पर खुलेआम लूट मचा रखी है जिसमे
मात्र 50 से 60 पैसे में बिकने वाला पान 10 से 15 रुपये में बेच कर पान विक्रेता मोटी कमाई में लगे हुए हैं।
तो वहीं गरीब महिलाएं शोषण का शिकार बनी हुई हैं। पान खाने की शौकीन अधिकतर महिलाएं ही है।
पान खाने वालों को पान खाने की तलब भी होती है जिसके चलते गरीब परिवार की महिलाएं महंगा पान खरीदने में असमर्थ हैं। जो तलब मिटाने के लिए पान की जगह अमरूद के पत्ते से अपना काम चला रही हैं।