{ बरेली से दीपक की रिपोर्ट }
जहाँ एक ओर पूरा देश आस-पास के गरीब मजदूरों की मदद करने में जुटा है। वहीं कुछ नीयत खराब लोग इस मुसीबत की घड़ी में गांवों में अशिक्षित लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला थाना हाफिजगंज के गाँव भण्डसर में देखने को मिला। सोमवार को तीन लोग एक स्कूली, एक वाइक से गाँव पहुँचे जहाँ उन्होंने परचूनी की छोटी-छोटी दुकानों को अपना निशाना बनाया।
सबसे पहले चन्द्रपाल कश्यप की दुकान पर पहुँचे जहाँ उनका 12वर्षीय बेटा पवन बैठा था। उससे कहा तुम्हारे सामान की चैकिंग होगी यह कहकर कुछ तेल, घी के डिब्बे तथा अन्य सामान उठाकर ले गये। बाद में श्याम बिहारी कश्यप की दुकान पर पहुँच जैसे ही जाँच के नाम पर दुकान में घुसने की कोशिश की तो उसने ऐतराज किया।
और प्रधान जी से बात कराने की बात कही तो वहाँ से अगली दुकान पर पहुँच, जहाँ से भी उन्होंने हजारों का घरेलू सामान जाँच के नाम पर खट्टे में भर लिया। बाद में श्यामलाल की दुकान में भी जाँच के नाम पर घुसकर तमाम सामान, एवं नामा से भरी थैली उठा ले गये।
उसी समय गाँव का एक नव युवक पहुँचा तो उसने उन लोगों से उनकी पहचान माँगीं। तो उसने मुश्किल से यह कार्ड दिये। तथा बोला सिंह साहब खड़े हैं। सामान की जाँच करके
चार बजे वापस आने को कहा जब कोई वापस नहीं आया तो उन सबको अपने साथ ठगी का एहसास हुआ। तो उन्होंने ग्राम प्रधान चन्द्रपाल पटेल को पूरे मामले की जानकारी दी।