नई दिल्ली : बांग्लादेश की राजधानी ढाका के बाहरी क्षेत्र में एक फैक्ट्री में आग लगने की घटना सामने आई है, जिसमें कम से कम 52 लोगों की मौत होने की खबर है। और कई घायल हो गए हैं। खबरों के अनुसार नारायणगंज के रूपगंज में एक फैक्ट्री में बृहस्पतिवार रात आग लग गयी। बताया जा रहा है कि यह इमारत 6 मंजिला थी। शुक्रवार को एक खबर में यह जानकारी दी गई।
राहत बचाव दल से जुड़े डेप्युटी डायरेक्टर देबाशीष बर्धन ने कहा कि केवल चौथे मंजिल से ही 49 शव निकाले गए हैं। इससे मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 52 हो गई है। उन्होंने बताया कि शव इतना बुरी तरह से जल गए हैं कि उन्हें पहचाना नहीं जा सका है। इसी वजह से उन्हें परिवार वालों का सौंपना मुश्किल होगा। शव के मिलान के लिए डीएनए जांच की जरूरत पड़ सकती है।
इमारत के प्रत्येक फ्लोर पर 35 हजार वर्गफुट का इलाका
इस बीच अग्निशमन विभाग आग को बुझाने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास कर रहा है। बताया जा रहा है कि इस इमारत में बड़ी मात्रा में ज्वलनशील पॉलीथिन, घी और अन्य सामान थे। इसी वजह से आग को काबू में करना संभव नहीं हो पाया। इस बीच मृतकों के परिवार वाले फैक्ट्री के बाहर धरना दे रहे हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसबल को तैनात किया गया है।
देबाशीष ने बताया कि अभी लोगों की तलाश जारी है जिससे मरने वालों संख्या बढ़ सकती है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इमारत के प्रत्येक फ्लोर पर 35 हजार वर्गफुट का इलाका था लेकिन केवल दो जगहों पर ही सीढ़ियां थीं। आग जब सीढ़ियों पर फैल गई तो लोग निकल नहीं पाए और वहीं जलकर राख हो गए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक फ्लोर पर छोटे-छोटे कमरे भी थे। धुएं की वजह से भी राहत और बचाव में बाधा आ रही है।
नारायणगंज जिला अग्निशमन सेवा के उप निदेशक अब्दुल्ला अल अरेफिन ने बताया कि आग पर पूरी तरह से काबू पाने में कुछ समय लगेगा। उन्होंने कहा, ‘‘जब तक आग पर काबू नहीं पाया जाता, तब तक यह कहना संभव नहीं है कि इस हादसे में कितना नुकसान हुआ है और आग लगने का कारण क्या है।’’ जिला प्रशासन ने घटना की जांच के लिए पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है।