कोरोना वायरस संकट के बीच हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोविड-19 वैक्सीन का जायजा लेने अहमदाबाद स्थित जाइडस बायोटेक पार्क पहुंचे थे। इस दौरान पीएम मोदी ने रिसर्च सेंचर के वैज्ञानिकों से बात की और वैक्सीन पर जरूरी जानकारियां ली। इसी दौरान एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि अहमदाबाद से 20 किमी दूर चंगोदर इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित बायोटेक पार्क पहुंचने के लिए पीएम मोदी ने जाइडस कैडिला के चेयरमैन की कार का इस्तेमाल किया। हालांकि इस खबर की पड़ताल करने पर दावा गलत साबित हुआ।
दरअसल, दैनिक समाचारपत्र दिव्य भास्कर में छपे एक समाचार लेख में दावा किया गया कि 28 नवंबर को अपने चांगोदर दौरे के दौरान पीएम मोदी, जायडस कैडिला के चेयरमैन पंकज पटेल की बीएमडब्ल्यू कार में पहुंचे। सोशल मीडिया पर अब चंगोदर दौरे पर जाते पीएम मोदी की एक वीडियो भी वायरल होने लगी है। सोशल मीडिया पर इस दावे के वायरल होने के बाद आखिर में सरकार को सामने आकर इस फेक न्यूज का सच बताना पड़ा। सरकार ने कहा है कि यह दावा फर्जी है।
केन्द्र सरकार की पॉलिसी/स्कीम्स/विभाग/मंत्रालयों को लेकर गलत सूचना को फैलने से रोकने के लिए काम करने वाले PIB फैक्ट चेक ने ट्वीट कर इस दावे को फेक बताया है। पीआईबी ने वायरल दावे को लेकर कहा कि दिव्य भास्कर न्यूज के एक लेख में दावा किया गया है कि पीएम मोदी 28 नवंबर, 2020 को जाइडस कैडिला के चेयरमैन पंकज पटेल की बीएमडब्लू कार में बैठकर चंगोदर पहुंचे थे। पीएम मोदी के लिए उपयोग की गई वो कार गुजरात सरकार की है न कि जाइडस कैडिला की। बता दें कि पीएम मोदी ने कोरोना वायरस वैक्सीन रिव्यू के लिए 28 नवंबर को देश की तीन रिसर्च सेंटर्स का दौरा किया था। वह पहले अहमदाबाद के जाइडस बायोटेक फिर हैदराबाद के भारत बायोटेक और अंत में पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पहुंचे थे।