नई दिल्ली : LAC पर चीन की उकसाने वाली हरकतें लगातार बढ़ती जा रही है, जिसका भारतीय सैनिक भी मुंहतोड़ जवाब दे रहे है। आपको बता दें कि एक बार फिर चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी(People’s Liberation Army-PLA) के 200 से अधिक सैनिकों ने तिब्बत की तरफ से लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) क्रॉस करने की कोशिश की। लेकिन उससे पहले ही भारतीय सैनिकों ने उन्हें अरुणाचल प्रदेश से सटी सीमा से खदेड़ दिया। इससे पहले दोनों सेनाओं के बीच गर्मागरम बहस भी हुई।
भारतीय सेना ने किया इंकार
सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान भारतीय सेना(Indian Army) ने कुछ चीनी सैनिकों को भी पकड़ लिया था। लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। वहीं भारतीय सेना ऐसी किसी भी तरह की घटना से इंकार किया है। सेना के सूत्रों ने बताया कि फिजिकली इंगेजमेंट के बाद प्रोटोकॉल के हिसाब से मामला सुलझा लिया गया। भारत की तरफ से किसी का कोई नुकसान नहीं हुआ है और न ही किसी चीन सैनिक को हिरासत में लिया गया। हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट बता रही हैं कि चीनी सैनिकों ने खाली बंकरों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। सेना ने कहा कि कभी-कभी पेट्रोलिंग के दौरान दोनों देशों की सेना का आमना-सामना हो जाता है। इसे प्रोटोकॉल के हिसाब से निपटा लिया जाता है।
आर्मी चीफ ने दिया था बड़ा बयान
आपको बता दें कि पिछले दिनों 2 दिन के लद्दाख दौरे पर गए आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे(Army Chief Gen MM Naravane) ने ANI को दिए एक इंटरव्यू में माना था कि LAC पर तनाव है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि भारतीय सेना लगातार मॉनिटरिंग कर रही है और हर खतरे से निपटने में सक्षम है। हालांकि तनाव देखते हुए भारत ने भी बॉर्डर पर सैन्य सामान और सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है। वहीं लद्दाख सेक्टर में पहली K9-वज्र स्व-चालित हॉवित्जर रेजिमेंट को तैनात किया गया है। आपको बता दें कि ये तोपें लगभग 50 किमी की दूरी पर दुश्मन के ठिकानों पर हमला कर सकती हैं।
पिछले दिनों उत्तराखंड बॉर्डर में घुसी थी PLA
बता दें कि इससे पहले भी चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी(PLA) उत्तराखंड(Uttarakhand) के बाराहोती सेक्टर से लगे बॉर्डर पर पिछले महीने भारतीय सीमा में घुसी थी। यहां चीन LAC पर सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है। वो बड़ी मात्रा में हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा भी इकट्ठा कर रहा है। इस पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची(Arindam Bagchi) ने दो टूक कहा था कि भारत भी चीन की हरकतों पर पैनी नजर रखे हुए है। देश की सुरक्षा की पूरी तैयारी है।
अरुणाचल को लेकर अक्सर विवाद करता है चीन
मई, 2021 में एक तस्वीर सामने आई थी। इसमें दावा किया था कि चीन ने भूटान के 8 किलोमीटर अंदर एक गांव बसा लिया है। यह दावा ऑस्ट्रेलियाई मीडिया(Australia Media) ने किया था। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने गांव में सड़कों, इमारतों, पुलिस स्टेशन और आर्मी बेस तक का निर्माण किया है। इतना ही नहीं यहां पावर प्लांट और, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना का दफ्तर भी बनाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने भूटान के जिस इलाके में गांव बसाया है, वह भारत के अरुणाचल से लगा हुआ है। चीन वैसे तो अरुणाचल पर भी अपना दावा करता रहा है। माना जा रहा है कि भूटान पर कब्जा करने की असली वजह भारत पर निशाना है।