इंडिया को जब तक खान बुरा - भला कह रहा था तब तक कोई बड़ी बात नहीं थी क्योंकि अगर कोई पाकिस्तानी ऐसा नहीं करेगा तब सियासत में कैसे चमकेगा और अपनी कौम का मसीहा कैसे बनेगा।
मनु चौधरी की कलम से
सोचती हूँ बेचारा इमरान खान कहा मसीहा बनते – बनते शहीद न बना दिया जाये। वैसे मौजूदा हालात से अन्दाजा लगाया जा सकता है कि इमरान खान की शहादत पाकिस्तान सम्भाल नहीं पायेगा। किसी भी तरह से पाकिस्तान आर्मी और सरकार को इमरान खान को तंदरूस्त और सुरक्षित रखना होगा। इंडिया को जब तक खान बुरा – भला कह रहा था तब तक कोई बड़ी बात नहीं थी क्योंकि अगर कोई पाकिस्तानी ऐसा नहीं करेगा तब सियासत में कैसे चमकेगा और अपनी कौम का मसीहा कैसे बनेगा। वैसे सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ पाकिस्तान ने उनके अरेस्ट को गलत ठहराया है। 120 आपराधिक मामलों में से ये केवल एक ही था जिसमें इतनी जल्दबाजी में अरेस्ट कर लिया गया।
मैं तो ये सोच कर भी हैरान हूँ कि ऐसे हालात में बलूचिस्तान लिबरेशन फोर्स चुप क्यों हैं ? क्या वो नहीं जानते आपदा में अवसर कैसे तलाशा जाता है जबकि सारी दुनिया का हर देश यही कर रहा है। अब यूरोप को ही देख लीजिये जितने भी ASYLUM लिए हुए हैं उनमें से बहुत सारे आपराधिक मामलों को अन्जाम देते रहते हैं फिर भी ये गोरे लोग उनको ही प्रोटेक्ट करते हैं। मुझे लगता है एक दिन उन्हें प्रोटेक्ट करते – करते ये अपने देशों को बर्बाद करवा लेंगे और अपनी आने वाली नस्लों को भी।
Copyright Manu Chaudhary