भारतीय टीम के वर्तमान कप्तान अजिंक्य रहाणे ने मेलबर्न टेस्ट जीतने के बाद इतनी वाहवाही लूटी है कि अभी तक भी उनकी तारीफ हो रही है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में दूसरा टेस्ट मैच खेला गया। भारत ने मेलबर्न टेस्ट 8 विकेट से जीत हासिल कर इतिहास रच दिया है। अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में भारतीय टीम ने 4 मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली है।
रहाणे ने पहली पारी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 223 गेंदों में 12 चौकों की मदद से 112 रन बनाए। अजिंक्य रहाणे ने अपने करियर का बारहवां और कप्तान के रूप में अपना पहला शतक बनाया। हालांकि, रहाणे को अपने शतक में दो जीवनदान भी मिले लेकिन इन्हें छोड़ दिया जाए तो इस शतक को विदेशी जमीन पर भारत के बेहतरीन शतकों में शुमार किया जाएगा।
दूसरी पारी में कप्तान अजिंक्य रहाणे ने नाबाद 40 गेंदो में 27 रन बनाकर भारत को जीत की मंजिल पर पहुंचा दिया। इस मैच में अजिंक्य रहाणे को ‘मैन ऑफ द मैच’ पुरुस्कार मिला। इतना ही नहीं रहाणे को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा मुलाग मेडल दिया गया। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने टेस्ट शुरु होने से पहले ही इसकी घोषणा कर दी थी कि इस मैच के सर्वश्रेठ खिलाड़ी को यह पुरस्कार दिया जाएगा।
इस मेडल का नाम पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान जॉनी मुलाग के नाम पर रखा गया है, जो 152 साल पहले विदेशी दौरा करने वाली राष्ट्रीय टीम के पहले कप्तान थे। यह मैडल पाने वाले अजिंक्य रहाणे दुनिया के पहले खिलाड़ी बन गए हैं।
जॉनी मुलाग का असली नाम उनारिमिन था और उन्होंने 1868 में क्षेत्रीय टीम का नेतृत्व किया था। इस दौरे में उन्होंने 47 में से 45 मैच खेले थे तथा लगभग 23 की औसत से 1698 रन बनाए थे।