जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग आगरा में तैनात किए गए नोडल अधिकारी को भी गंभीरता से नहीं ले रहा है जिसके कारण अब तक डायलिसिस और इलाज न मिलने से कई लोगो की जान जा चुकी है।
आगरा में बड़ी संख्या में है डायलिसिस के मरीज, आगरा में बिना जांच के नही हो पा रही मरीजो की डायलिसिस, डायलिसिस मरीजो की जांच को 55 घंटे से ज्यादा बीत जाने के बाद भी नहीं मिली जांच रिपोर्ट।
जिला अस्पताल में कई मरीजो की हुई थी 26 अप्रैल को सैम्पलिंग, दो दिन बाद तक नहीं आई जांच रिपोर्ट, जांच रिपोर्ट न आने से कई मरीजो की अटकी डायलिसिस। अगर फिर हुई कोई घटना तो कौन होगा इस घटना का जिम्मेदार ?