रिपोर्ट: सत्यम दुबे
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामीं विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, सूबे में सियासी सरगर्मीं तेज होती जा रही है। सभी पार्टियां अपने मुद्दे आपनी रणनीति बनाने में जुट गईं हैं। इसके साथ ही बयानबाजी भी तेज कर दी हैं। हाल ही में AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चैलेंज कर दिया। जिसके बाद सूबे में सियासी बयानबाजी तेज हो गई। मामला बढ़ता देख औवैसी अब अपनी बात से पलट गये हैं।
आपको बता दें कि ओवैसी ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि, “योगी आदित्यनाथ को निजी तौर पर चैलेंज देने की बात नहीं है, बल्कि बात सियासी विरोध की है, हम अगर विरोध में हैं तो हम यही तो कहेंगे कि हम की सरकार नहीं बनने देंगे।” उन्होंने आगे कहा कि, “गठबंधन को लेकर हम भागीदारी मोर्चा में हैं और ओमप्रकाश राजभर सभी दलों को अपने साथ जोड़ रहे हैं।”
वहीं समाजवादी पार्टी और विपक्ष भी ओवैसी पर आरोप लगा रही है। जिसपर ओवैसी ने कहा कि, “हम साथ लड़ेंगे, आपको क्यों लगता है कि बीजेपी की हम B टीम हैं, आप सभी लोग एक साथ चश्मे से देखते हैं, यह बात दूसरे दलों पर तो लागू नहीं होती क्या?”
आपको बता दें कि ओवैसी ने पिछले दिनों कहा था कि वह किसी भी सूरत में योगी आदित्यनाथ को 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगे। राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर ओवैसी ने जानकारी दी थी कि उनकी पार्टी 100 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी, इसके लिए पार्टी ने उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
इसके बाद ओवैसी के इस चुनौती पर सीएम योगी ने कहा था कि, “ओवैसी बड़े नेता हैं, वे देश के अंदर प्रचार करते हैं। उन्हें एक समुदाय विशेष का समर्थन प्राप्त है, लेकिन वे यूपी के अंदर बीजेपी को चैलेंज नहीं कर सकते। बीजेपी अपने मुद्दों, मूल्यों के साथ चुनावी मैदान में रहेगी। हम उनके चैलेंज को स्वीकार करते हैं।”
सीएम योगी ने आगे कहा था कि, “उन्होंने (ओवैसी) कहा है कि हम नहीं आने देंगे तो बीजेपी इस बात को कहेगी कि पार्टी 2022 में आकर ही रहेगी और बीजेपी की सरकार ही बनेगी। ओवैसी की अपनी पार्टी है और वे अपने मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि हम अपने मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे।“