अभिनेता सुशांत सिंह की मौत के बाद से ही राजनीति जारी है, एक तरफ बिहार सरकार ने इसे अपनी अस्मिता का मुद्दा बना लिया है वहीं महाराष्ट्र की सरकार भी इस मामले में मुंबई पुलिस की ढीली कार्यवाही के कारण सवालों के घेरे में आ गई है।
इसी बीच बिहार पुलिस के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय कांग्रेस और विपक्ष के निशाने पर आ गए है। दरअसल ये गुप्तेश्वर पांडेय ही थे जिन्होंने एक स्पेशल टीम बिहार से मुंबई जांच करने के लिए भेजी थी और पटना के एसपी को बीएमसी ने कोरोना का हवाला देकर एकांतवास में भेज दिया था।
इसके बाद उन्होंने आरोप लगाया था की इन्होने मुझे नहीं बल्कि जांच को ही एकांतवास दे दिया है। उस ड्रामे के बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने आख़िरकार इस जांच को सीबीआई को दे दिया था।
But d tone & tenor of new Bihar ka Robinhood Mr Pandey hs bn subdued who is busy of seeking d blessings of Nitish ji. Ppl of Bihar r asking where is d Justice for departed actor Mr Sushant Singh Rajput? How much is d progress of d investigation? @NitishKumar Ji should answer
3/3— Adhir Chowdhury (@adhirrcinc) September 28, 2020
वही अब बिहार चुनाव के ठीक पहले बिहार के पूर्व डीजीपी ने वीआरएस ले लिया और जेडीयू में शामिल हो गए है। उनके इस निर्णय के बाद लगातार विपक्ष उनके ऊपर हमले कर रहा है।
वहीं अब कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए उन्हें निशाने पर लिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच का विजेता सामने आ गया है और उसे इनाम स्वरूप संभवत: बिहार चुनाव में टिकट मिलने वाला है।
एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा, अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती और उनका परिवार बिहार के राजनीतिक दलदल का शिकार बन गया है. सुशांत सिंह का शोकाकुल परिवार भी यह जानने के लिए संघर्ष कर रहा है कि आखिर दोषी कौन है।