आगरा: आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा प्रस्तावित ग्रेटर आगरा योजना ने अब आकार लेना शुरू कर दिया है। चार महीने के अंदर पहले पार्ट की बिक्री शुरू हो जाएगी। एडीए वीसी राजेन्द्र पैंसिया के अनुसार पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर ई-ऑक्शन साफ्टवेयर के जरिए न्यूनतम मूल्य पर बिक्री शुरू की जाएगी। आने वाले सोमवार और मंगलवार को स्कूल ऑफ आर्किटेक्ट प्लानिंग के अधिकारियों के साथ बैठक और भ्रमण कर पहले चरण का काम फाइनल किया जाएगा।
एडीए वीसी ने बताया है कि 800 हेक्टेयर के ग्रेटर आगरा परियोजना को तीन भागों में बांटा गया है। पहला भाग रहनकला और रायकला में 440 हेक्टेयर में, दूसरा भाग मेडिसिटी एत्मादपुर मदरा में 125 हेक्टेयर और तीसरा लैंड पुलिंग आवासीय योजना 175 हेक्टेयर में एत्मादपुर मदरा और बुढ़ाना में होगा। तीनों का प्लेन टेबल सर्वे और पैमाइश की जा चुकी है। किसान खुद आकर हमसे जल्दी भूमि अधिग्रहीत करने के लिए कह रहे हैं।
एडीए वीसी के अनुसार स्कूल ऑफ आर्किटेक्ट प्लानिंग ने ले आउट डिजाइन का काम शुरू कर दिया है। वो अपना डाटा बेस बना रहे हैं। सोमवार और मंगलवार को उनके अधिकारियों के साथ बैठक और स्थान भ्रमण किया जाएगा। चार माह के अंदर वो डिजाइन फाइनल करेंगे। वो वीडियो और थ्रीडी डायग्राम बनाकर देंगे और हम उसे लॉन्च करेंगे।
एडीए वीसी के अनुसार ई ऑप्शन साफ्टवेयर की टेस्टिंग शुरू हो गई है। चार माह के अंदर डायग्राम लॉन्च के बाद हम इस सॉफ्टवेयर के जरिये ब्लाइंड बिक्री शुरू कर देंगे। पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर जमीन बेची जाएगी और शुरुआत न्यूनतम भाव से होगी।
ग्रेटर आगरा प्रोजेक्ट में इंडस्ट्रियल कॉरीडोर स्माल यूनिट पूरी तरह ईको फ्रेंडली होगी। फ्रेंट कारीडोर और थीम पार्क के पास जो रेजिडेंशियल आवास लेगा वो बहुत फायदे में रहेगा। इसका महत्व बहुत तेजी से बढ़ेगा। भविष्य में यहां मेट्रो सेवा भी पहुंचाने का काम किया जाएगा।
एडीए द्वारा बनाये जा रहे ग्रेटर आगरा में बिल्डर्स और कंस्ट्रक्शन का काम करने वालों को भी मौका दिया जाएगा। वो जमीन खरीद कर कालोनी तैयार करके बेच सकेंगे। उन्हें इसके लिए अलग सुविधाएं दी जाएंगी।