देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को आज पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। 14 नवंबर 1889 को उत्तर प्रदेश स्थित इलाहाबाद में जन्मे नेहरू की शनिवार को 131वीं जयंती है। आजादी के आंदोलन में जवाहर लाल नेहरू की निर्णायक भूमिका रही थी। 1964 में पंडित नेहरू के निधन के बाद उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जवाहरलाल नेहरू को नमन किया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें नमन किया। एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू को उनकी जयंती पर मेरी विनम्र श्रद्धांजलि।’
देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू को उनकी जयंती पर मेरी विनम्र श्रद्धांजलि।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 14, 2020
जवाहर लाल नेहरू का बच्चों के प्रति काफी लगाव था, यही कारण रहा कि वह बच्चों में ‘चाचा नेहरू’ के नाम से प्रचलित हुए। भारत में 1964 से पहले तक बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता था, लेकिन जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद उनके जन्मदिन 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया। जवाहर लाल नेहरू 15 अगस्त 1947 से लेकर 27 मई 1964 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे।
नेहरू को श्रद्धांजलि देते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पोस्ट किया। उन्होंने लिखा- ‘आज भारत अपने पहले पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की जयंती मना रहा है। एक विशाल दूरदर्शी जिन्होंने हमारे देश की नींव भाईचारे, समतावाद और आधुनिक दृष्टिकोण के साथ रखी। हमारा प्रयास होना चाहिए कि इन मूल्यों का संरक्षण हो।’
Today, India celebrates the birth anniversary of its first PM Pandit Jawaharlal Nehru ji: a towering visionary who laid the foundation of our country with values of brotherhood, egalitarianism & modern outlook.
Our endeavour must be to conserve these values.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 14, 2020
जवाहरलाल नेहरू पहली बार 1921 में प्रिंस ऑफ वेल्स के दौरे के बहिष्कार का आह्वान करने के बाद ब्रिटिश शासित भारत में जेल गए थे। उन्होंने अपने जेल में काटे समय को औपनिवेशिक शासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की ‘सबसे बड़ी खुशी’ बताया था।
उन्होंने अलग-अलग मामलों मे सलाखों के पीछे लगभग एक दशक बिताया। ज्यादातर बार वे महात्मा गांधी के सविनय अवज्ञा आंदोलनों में उनका साथ देने के चलते वे जेल गये। नेहरू 1947 में देश के पहले प्रधानमंत्री चुने गए। इसके बाद वे अगले 17 सालों यानि अपनी मृत्यु तक इस पद पर बने रहे।