रिपोर्ट: गीतांजली लोहनी
नई दिल्ली: कहते है कि प्यार जब सच्चा हो तो आपका मन, दिल और एहसास सब एक हो जाता है। और अपने प्यार को पाने के लिए इंसान सारी सीमाओं को लांघने के लिए तैयार हो जाता है। ऐसे ही प्यार में अंधेपन का नाजिर आवाज के जादूगर, गजलों के राजा जगजीत सिंह ने भी पेश किया था। जगजीत सिंह के दिल का तीर ऐसी महिला पर लगा जो पहले से ही शादीशुदा थी। शादीशुदा महिला को दिल दे बैठे जगजीत सिंह ने उसके पति से ही हाथ मांग लिया।
जगजीत सिंह गजल गायिकी के साथ-साथ अपनी आशिकी के लिए भी काफी मशहूर थे। लेकिन उनकी गजलें जितनी मशहूर रहीं उतनी ही उनकी लव लाइफ भी उथल पुथल भरी रही। साल 1967 में जब जगजीत काम ढूंढ रहे थे तब उनकी मुलाकात चित्रा दत्ता से हुई। चित्रा उस वक्त शादीशुदा थीं। चित्रा मुंबई में जहां रहती थीं उनके सामने वाले घर में एक गुजराती परिवार रहता था। इसी परिवार में अक्सर जगजीत का आना जाना होता था। वे अपने गानों की रिकॉर्डिंग करते थे। एक दिन चित्रा को सामने से आवाज सुनाई दी। जगजीत के जाने के बाद उन्होंने पड़ोसी से पूछा तो उन्होंने जगजीत के गाने सुनाए लेकिन उन्हें जगजीत के गाने बिल्कुल पसंद नहीं आए। चित्रा खुद भी सिंगर थी। 1967 में जब जगजीत सिंह और चित्रा एक ही स्टूडियो में रिकॉर्ड कर रहे थे। इस दौरान दोनों की बातचीत शुरू हुई। रिकार्डिंग के बाद चित्रा ने कहा कि मेरा ड्राइवर आपको घर छोड़ देगा। फिर रास्ते में चित्रा का घर आया तो उन्होंने जगजीत को चाय पर बुलाया। ऐसे ही दोनों की नजदिकियां बढ़ने लगी और चित्रा और जगजीत एक-दूसरे को पसंद करने लगे।
इस बीच चित्रा भी अपने पति देबू से दूर होती चली गईं क्योंकि उनके पति का दिल भी किसी और पर आ गया था। बाद में चित्रा और उनके पति के बीच दूरियां आईं और दोनों ने आपसी रजामंदी से ही अलग होने का फैसला ले लिय़ा। दिसंबर 1969 में चित्रा ने अपने पति को तलाक दे दिया और जगजीत सिंह से शादी कर ली थी। 1970 में देबू ने भी दूसरी शादी कर ली, वहीं जगजीत खुद चित्रा के पति देबू के पास गए थे और उन्होंने चित्रा का उनसे हाथ मांगा था। उन्होंने कहा था कि वो चित्रा से शादी करना चाहते हैं और देबू ने भी इसकी इजाजत दे दी। जगजीत सिंह और चित्रा सिंह एक साथ कॉन्सर्ट करते करने लगे थे। साल 1980 तक जगजीत सिंह गजल किंग बन चुके थे। 1990 में एक ट्रेजडी ने चित्रा सिंह और जगजीत सिंह को खामोश कर दिया था। 20 साल की उम्र में विवेक की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। इस वजह से जगजीत और उनकी पत्नी काफी दुखी रहने लगे थे। जगजीत संगीत की दुनिया से दूर हो जाना चाहते थे। करीब एक साल तक उन्होंने कोई गाना नहीं गाया।