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अमित शाह की मौजूदगी में योगी ने पूरे जोश के साथ दाखिल किया नामांकन

Yogi files nomination with full enthusiasm in presence of Amit Shah... अमित शाह की मौजूदगी में योगी ने पूरे जोश के साथ नामांकन दाखिल किया।

By: RNI Hindi Desk 
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अमित शाह की मौजूदगी में योगी ने पूरे जोश के साथ दाखिल किया नामांकन

रिपोर्ट: प्रभात रंजन दीन की कलम से

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में गोरखपुर शहर विधानसभा सीट के लिए दो सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह भी मौजूद थे। यह पहला मौका था जब तीन बड़े नेता एक साथ किसी के नामांकन में शामिल होने के अवसर पर मौजूद थे। नामांकन से पहले योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके बाद योगी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक जनसभा को भी संबोधित किया। चुनाव के लिए नामांकन दाखिले से पहले दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री सोनम किन्नर ने अपने साथियों के साथ मुकुट और माला के साथ योगी आदित्यनाथ का स्वागत किया। वो सीएम को टीका करने के लिए सवा किलो सोने की थाल और कामाख्या देवी का कुमकुम भी लेकर आईं थीं। इस दौरान उन्होंने योगी आदित्यनाथ के जीत की दुआएं भी मांगीं। सोनम किन्नर ने कहा कि योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से लाखों वोट से जीतेंगे। उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर बधाई गीत भी गाया।

 

गोरखपुर शहर की हाई-प्रोफाइल सीट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथन के नामांकन को लेकर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे। नामांकन कार्यालय में आतंकवादी विरोधी दस्ता भी मौजूद था। नामांकन से पहले योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में पांच वर्षों के दौरान डबल इंजन की सरकार ने सभी की अपेक्षाओं पर उतरने का प्रयास किया है। आज प्रदेश में कोई राजनीतिक दल भाजपा के कार्य की बुराई नहीं कर सकता है। योगी ने कहा कि हम सबको केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी का सान्निध्य मिल रहा है।

नामांकन में शामिल होने के लिए राज्य के कई साधु संत भी गोरखपुर पहुंचे थे। साधु संतों ने भारत माता की जय के नारे भी लगाए। नामांकन से पूर्व हुई जनसभा में काफी संख्या में लोग जुटे, लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल के कारण एक हजार लोग ही एकत्रित हो पाए। लाइव प्रसारण के माध्यम से अन्य लोगों ने योगी आदित्यनाथ और अमित शाह का भाषण सुना।

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीते पांच साल में भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन सरकार ने उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रत्येक क्षेत्र में खरा उतरने का प्रयास किया है और उसके सकारात्मक परिणाम भी जनता के सामने हैं। प्रदेश के लोगों को सुरक्षा का माहौल मिला है। उनकी आस्था का सम्मान हुआ है। बिना भेदभाव के विकास की परियोजनाओं और शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जन जन तक पहुंचा है। अब हम विधानसभा चुनाव में एक नई अग्नि परीक्षा में उतर रहे हैं। हमारे पांच साल का कार्यकाल जनता के सामने है। जनता हमारे कार्यों का मूल्यांकन करेगी और सुरक्षा, विकास के पथ पर बढ़ रहे प्रदेश के हित में भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार बनाने में योगदान देगी।

शहर विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल करने से पूर्व महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज मैदान में आयोजित नामांकन सभा को योगी और अमित शाह ने संबोधित किया। कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए योगी ने कहा पांच साल तक भाजपा सरकार और संगठन ने मिलकर प्रदेश में सुरक्षा, विकास और सुशासन का परिणाम दिया है। आज कोई भी प्रदेश और देश के नेतृत्व को लेकर नकारात्मक टिप्पणी नहीं कर सकता। राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता से परे भाजपा की सरकार ने हरेक व्यक्ति को सुरक्षा की गारंटी दी है। गरीबों को मकान, शौचालय समेत हर पात्र को कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित किया है। सीएम ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हम एक नई अग्नि परीक्षा में उतर रहे हैं। इसलिए जो परिणाम अपेक्षित है उसके लिए हर कार्यकर्ता खुद भाजपा का सिम्बल बनकर घर घर जाए और प्रचंड बहुमत की जीत में अपना योगदान दे।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्री शाह ने अपने दम पर यूपी में भाजपा की ताकत का एहसास कराया है। उत्तर प्रदेश में भाजपा का संगठन प्रारंभ से ही था। पर, कोई भी संगठन जीवंत होना चाहिए और इस दिशा में सर्वाधिक योगदान अमित शाह का है। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में अपने दम पर उन्होंने देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के प्रभारी के रूप में अभूतपूर्व सफलता दिलाई। 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को तीन चौथाई सीटें दिला कर उन्होंने भाजपा की मजबूती का एहसास विपक्षी दलों को कराया। योगी ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में जब महागठबंधन बना तब लोग यह सोचते थे कि अब भाजपा का क्या होगा। तब श्री शाह कहते थे कि 63 से 65 सीटें मिलेंगीं। सहयोगी दलों के साथ 64 सीटें जिताकर उन्होंने महागठबंधन को धराशाई कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा को दुनिया के सबसे बड़े राजनीतिक दल के रूप में स्थापित करने में श्री शाह का बड़ा योगदान है। 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जब उन्हें गृह मंत्रालय का जिम्मा मिला तो उन्होंने पहली सौगात कश्मीर से धारा 370 को समाप्त करने की दी। आज धारा 370 समाप्त होने से आतंकवाद का नामोनिशान मिट गया है। पीएम मोदी और गृह मंत्री श्री शाह के नेतृत्व में दूसरी बड़ी सौगात अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण की मिली है।

अमित शाह ने योगी के कार्यकाल की जमकर तारीफ की और कहा कि योगी राज में उत्तर प्रदेश माफिया से मुक्त हुआ है। शाह ने समाजवादी पार्टी पर माफिया को संरक्षण देने और चुनाव में उतारने का आरोप लगाया और कहा कि पहले यूपी में हर जिले में माफिया राज था लेकिन अब या तो माफिया जेल में हैं, या प्रदेश छोड़ कर चले गए हैं। गृह मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर इतिहास दोहराने जा रही है। भाजपा को फिर से 300 के पार सीटें मिलने वाली हैं। गृह मंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले 2013 में जब वह गोरखपुर आए थे तब लोगों ने कहा था कि क्‍या पार्टी डबल डिजिट में पहुंच पाएगी। आज यह हालत विपक्ष की हो गई है। भाजपा उत्तर प्रदेश में इतिहास दोहराने जा रही है।

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि एक जमाने में गोरखपुर यूपी-बिहार को माफियाओं के छुपने का स्थान माना जाता था, लेकिन आज उत्तर प्रदेश के विकास में गोरखपुर का अभूतपूर्व योगदान है। गोरखपुर विकास का पर्यायवाची हो गया है। आज गोरखपुर की पहचान गंगा एक्सप्रेस-वे, ऑर्गेनिक कृषि, बेहतरीन सड़कें, एम्स, खाद कारखाने, रिजनल मेडिकल सेंटर और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से है। शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानून का शासन स्थापित किया। अब माफिया जेल में हैं। बड़े अपराधी जमानत तुड़वाकर जेल जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने सुशासन दिया है। अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जैसे माफिया जेल में हैं। बुआ-बबुआ की सरकार में जापानी इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौतों का सिलसिला पूरे पूर्वांचल में जारी रहा। योगी आदित्यनाथ की सरकार आते ही पांच साल में यह रोग 90 प्रतिशत खत्म हो गया। भाजपा के शासन में ही यूपी का विकास हो सकता है, इसलिए भाजपा जिताने के लिए लोग तैयार हो जाएं और प्रचंड बहुमत से जीत दिलाएं क्योंकि योगी की सरकार ही गरीब पिछड़ों और दलितों को ऊपर ले जाएगी और प्रदेश को नंबर एक बनाएगी।

लोक कल्याण संकल्प पत्र जारी करेगी भाजपा

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी छह फरवरी को लोक कल्याण संकल्प पत्र जारी करेगी। 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष और वर्तमान में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सानिध्य में लोक कल्याण के जो 212 संकल्प लिए थे, पांच वर्ष के दौरान एक-एक कर उन सभी को मंत्र मानकर पूरा किया।

प्रस्तावकों के जरिए सामाजिक समरसता का संदेश

सामाजिक समरसता और लोक कल्याण के लिए सुविख्यात गोरक्षपीठ के पीठाधीश और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर सदर से नामांकन दाखिल करते हुए इसका ध्यान रखा। उन्होंने गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से बतौर भाजपा प्रत्याशी नामांकन पत्र दाखिले की प्रक्रिया में सामाजिक समरसता का ध्यान रखा। चार सेट में नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए जिन चार प्रस्थापकों (प्रस्तावक) और एक इलेक्शन एजेंट का चयन किया गया, उस प्रक्रिया में भी योगी ने समाज के हर वर्ग को सम्मान दिया। सामाजिक दृष्टिकोण से इसमें सामान्य वर्ग, ओबीसी, अनुसूचित को शामिल किया गया और व्यवहारिकता के नजरिए से उद्यमी, शिक्षाविद, चिकित्सक, शिक्षक और धर्म-अध्यात्म से जुड़े लोग इस प्रक्रिया में सहभागी बने।

गोरखपुर चैम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार अग्रवाल, महात्मा गांधी इंटर एंड पीजी कॉलेज के प्रबंधक मयंकेश्वरनाथ पांडेय, रैदास मन्दिर समिति के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव को योगी की तरफ से दाखिल अलग-अलग सेट के नामांकन पत्र में प्रस्तावक बनाया गया है। महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. अरुण कुमार सिंह विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इलेक्शन एजेंट होंगे।

वैश्य समाज से आने वाले सुरेंद्र कुमार अग्रवाल चैम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज के कई बार अध्यक्ष रह चुके हैं। वह स्थानीय स्तर पर उद्यमियों के सर्वमान्य प्रतिनिधि माने जाते हैं। आईआईटी रुड़की से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त सुरेंद्र कुमार अग्रवाल उद्यमी हैं और गीडा में उनकी अपनी केमिकल प्रोडक्ट की यूनिट है। वह योगी के संसदीय जीवन के प्रारंभ से ही उनके साथ जुड़े हुए हैं। गोरखपुर में औद्योगिक वातावरण के विकास को लेकर उनकी योगी आदित्यनाथ से निरन्तर संवाद होता रहा है। गोरखपुर में रेडीमेड गारमेंट को ओडीओपी में शामिल कराने और गीडा में रेडीमेड गारमेंट पार्क की स्थापना को लेकर अग्रवाल के सुझावों पर मुख्यमंत्री ने निर्णायक मुहर लगाई है।

मयंकेश्वरनाथ पांडेय उस नेशनल एजुकेशनल सोसाइटी के प्रबंधक हैं जो एमजी इंटर कॉलेज, पीजी कॉलेज समेत कई शिक्षण संस्थानों का संचालन करती है। ब्राह्मण और कायस्थ दोनों समाजों का प्रतिनिधित्व करने वाले श्री पांडेय गोरक्षपीठ के सामाजिक अभियानों में निरन्तर सहभागी बनते रहे हैं। एक शिक्षाविद के रूप में उनकी ख्याति

पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश में है। वह वर्ष 2007 में खुद भी शहर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं और अपनी पारिवारिक और सामाजिक पृष्ठभूमि से ब्राह्मणों और कायस्थों में खासे लोकप्रिय हैं।

रैदास मंदिर समिति के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद सीएम योगी के नामांकन के लिए एक सेट प्रपत्र के प्रस्तावक हैं। अनुसूचित जाति से आने वाले विश्वनाथ प्रसाद समाजिक समरसता की उसी विचारधारा के प्रतिनिधि हैं जिसे गुरु गोरक्षनाथ, उनके उपासकों और संत रैदास ने अपने जीवन का मूल मंत्र बनाया। विश्वनाथ प्रसाद गोरक्षपीठ और उसके महंतों के छुआछूत और सामाजिक भेदभाव समाप्त करने के अभियान से न केवल प्रभावित हैं बल्कि खुद भी उससे जुड़े हुए हैं। उन्हें अनुसूचित वर्ग के लोगों में सामाजिक चेतना के लिए अभियान चलाने के लिए भी जाना जाता है।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और मशहूर पैथॉलॉजिस्ट डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव महानगर में सामाजिक सरोकारों के निर्वहन के लिए भी जाने जाते हैं। उनकी कायस्थ समाज में मजबूत पैठ तो है ही, संस्कार भारती जैसे संगठन से जुड़कर वह समाज के हर वर्ग की प्रतिभाओं को मंच देने में भी अपनी भूमिका निभाते रहे हैं। डॉ. मंगलेश का भी गोरक्षपीठ के सामाजिक प्रकल्पों से गहरा जुड़ाव रहा है। वह चिकित्सक समुदाय के बीच भी खासे लोकप्रिय हैं।

इन चार प्रस्तावकों के अलावा महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. अरुण कुमार सिंह को सीएम योगी के चुनाव के लिए इलेक्शन एजेंट की जिम्मेदारी दी गई है। ओबीसी से ताल्लुक रखने वाले डॉ. सिंह की गिनती श्रेष्ठ शिक्षकों में होती है। उन्हें शैक्षिक अनुशासन और प्रबंधन के लिए सराहा जाता है।

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