नई दिल्ली: देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस दिन-प्रतिदिन सिमटती जा रही है, जिसे लेकर कांग्रेस काफी बौखलाया हुआ है। इसी बौखलाहट का नतीजा यह रहा कि आज कांग्रेस दो भागों में बंटा हुआ है। आपको बता दें कि कल केंद्र शासित प्रदेश केंद्र शासित राज्य पुडुचेरी में फ्लोर टेस्ट के बाद कांग्रेस की सरकार गिर गई थी, जिसके बाद वहां राष्ट्रपति शासन लागू है।
Govt in Delhi is imposing its will & power on judiciary, not allowing it to be or do what it must. Not just courts, they don’t allow discussions in LS & RS either & drop elected govts repeatedly. For 1st time, winning election means losing & vice-versa: Rahul Gandhi in Malappuram pic.twitter.com/n4Lb7dzVeS
— ANI (@ANI) February 23, 2021
आपको बता दें कि पुडुचेरी में सरकार गिरने से बौखलाये कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार बड़ा हमला किया है। राहुल गांधी ने कहा कि, ‘’पहली बार दिल्ली में एक सरकार (केंद्र सरकार) है जो अपनी इच्छा और ताकत न्यायपालिका पर थोप रही है। सरकार न्यायपालिका को वो नहीं करने दे रही है जो उसे करना चाहिए। और ऐसा सिर्फ न्यायपालिका के साथ ही नहीं है। वो हमें लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा नहीं करने देते।’’
राहुल गांधी ने आगे कहा कि, ‘’वो एक के बाद एक चुनी हुई सरकारों को गिराते हैं। आज़ाद भारत में पहली बार चुनाव जीतने का मतलब चुनाव हारना है और चुनाव हारने का मतलब चुनाव जीतना है, लेकिन वो सच का सामना करने से बच नहीं सकते हैं।’’
गौरतलब है कि कल फ्लोर टेस्ट के बाद पुडुचेरी में कांग्रेस-डीएमके गठबंधन की सरकार गिर गई थी। जिसका प्रमुख कारण वो 5 कांग्रेसी विधायक और 1 डीएमके विधायक थे, जिन्होंने इस्तीफा देकर खुद को सरकार से अलग कर लिया था। कांग्रेस जब 2016 में विधानसभा चुनाव जीत कर सत्ता में आई थी तो उसके पास कुल 15 विधायक थे, साथ ही सहयोगी DMK के 4 और एक निर्दलीय उम्मीदवार का साथ था। जो अब 14 की संख्या तक सीमीत रह गई।
बता दें कि जल्द ही पुडुचेरी में भी विधानसभा चुनाव होने है, उससे पहले ही कांग्रेस का विधानसभा में अल्पमत में आना आने वाले चुनाव में कांग्रेस के लिए बड़ा मुसीबत बन सकता है। वहीं अगर हम बात करें राहुल गांधी के बयान की, तो उन्होंने अपना ये बयान केरल में एक सभा को संबोधिक करने के दौरान दिया है।