हिन्दू पंचांग के अनुसार, माता सीता का प्राकट्य त्रेतायुग में वैशाख शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था। इस साल यह तिथि 2 मई को पड़ रही है। इसलिए सीता नवमी का पर्व 2 मई को है।
सुबह 10:58 से दोपहर 01:38 बजे तक (2 मई 2020)
कुल अवधि – 02 घंटे 40 मिनट
नवमी तिथि प्रारंभ – 01:26 बजे से (01 मई 2020)
नवमी तिथि समाप्त – सुबह 11:35 तक (02 मई 2020)
माता सीता के जन्म को लेकर पौराणिक कथा प्रचलित हैं। कथा के अनुसार एक बार मिथिला राज्य में भयंकर सूखा पड़ गया था। जिसे देख राजा जनक बहुत परेशान थे।
उस समस्या से छुटकारा पाने के लिए उन्हें ऋषियों ने यज्ञ करने को कहा। यज्ञ के खत्म होने के बाद राजा जनक ने धरती पर हल भी चलाया।
उसी समय माता जानकी धरती से प्रगट हुई। उस दिन वैशाख शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि थी तथा पुष्प नक्षत्र था। राजा जनक की कोई संतान नहीं थी।
इसलिए उन्होंने उस कन्या को अपनी पुत्री बनाने का निर्णय लिया और उसे ‘सीता’ का नाम दिया।