देश के बजट पर लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं। इसको लेकर आम लोग तो उत्साहित हैं ही, साथ ही विपक्ष भी सरकार पर निशाना साध रही है। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया व नेता मायावती ने ट्वीट करके मोदी सरकार द्वारा पेश केंद्रीय बजट पर सवाल उठाये हैं।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा संसद में आज पेश केन्द्र सरकार का बजट पहले मन्दी व वर्तमान में कोरोना प्रकोप से पीड़ित देश की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को संभालने तथा यहाँ की अति-गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई आदि की राष्ट्रीय समस्या को क्या दूर कर पाएगा? इन्हीं आधार पर सरकार के कार्यकलापों व इस बजट को भी आँका जाएगा।
2. देश की करोड़ों गरीब, किसान व मेहनतकश जनता केन्द्र व राज्य सरकारों के अनेकों प्रकार के लुभावने वायदे, खोकले दावे व आश्वासनों आदि से काफी थक चुकी है तथा उनका जीवन लगातार त्रस्त है। सरकार अपने वायदों को जमीनी हकीकत में लागू करे तो यह बेहतर होगा। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) February 1, 2021
मायावती ने आगे लिखा देश की करोड़ों गरीब, किसान व मेहनतकश जनता केन्द्र व राज्य सरकारों के अनेकों प्रकार के लुभावने वायदे, खोकले दावे व आश्वासनों आदि से काफी थक चुकी है तथा उनका जीवन लगातार त्रस्त है। सरकार अपने वायदों को जमीनी हकीकत में लागू करे तो यह बेहतर होगा।
कोरोना महामारी के संकट के बाद केंद्र सरकार का यह पहला बजट है। कोरोना लॉकडाउन के दौरान अर्थव्यवस्था कि धीमी रफ़्तार को एक बार फिर गति देने के लिए सभी की निगाहें इस बजट पर टिकी हैं।
वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बीजेपी सरकार पर एक बार फिर तंज कसा है। अखिलेश ने अपने ट्वीट में लिखा किया, “भाजपा सरकार से बस इतनी गुज़ारिश है कि वो इस बार बजट में देश की एकता, सामाजिक सौहार्द, किसान-मज़दूर के सम्मान, महिला-युवा के मान और अभिव्यक्ति की आज़ादी की पुनर्स्थापना के लिए भी कुछ प्रावधान करे क्योंकि भाजपा की विघटनकारी नीतियों से ये सब बहुत खंडित हुआ है। देशहित मे जारी!”