पिछले 2 महीने से चल रहे आईपीएल के रोमांच में सब इतना खोए हुए हैं कि खिलाडियों को भी रेस्ट करने का टाइम नहीं है। ऐसे में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने चिंता व्यक्त करते हुए एक बात साझा की है। उन्होंने कहा है कि लगातार ‘बायो बबल’ में रहना क्रिकेटरों के लिये मानसिक रूप से कठिन है।
कोहली ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के यूट्यूब चैनल पर कहा, ” यह लगातार हो रहा है। हमारे पास बेहतरीन टीम है तो यह उतना कठिन नहीं लग रहा। बायो बबल में रह रहे सभी लोग शानदार है, माहौल अच्छा है। यही वजह है कि हम साथ खेलने का और बायो बबल में साथ रहने का मजा ले रहे हैं। लेकिन लगातार ऐसा होने से यह कठिन हो जाता है। ।
कोहली ने मानसिक थकान को लेकर कहा – ” मानसिक थकान पर भी ध्यान देना होगा। टूर्नामेंट या दौरा कितना लंबा है और खिलाड़ियों पर मानसिक रूप से इसका क्या असर पड़ेगा। एक जैसे माहौल में 80 दिन तक रहना और दूसरा कुछ नहीं करना या बीच में परिवार से मिलने की अनुमति होना। इन चीजों पर गंभीरता से विचार करना होगा। ”
आपको बता दें कि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में तीन वनडे, तीन टी-20 और चार टेस्ट खेलने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ खेलेगी जो जैविक सुरक्षित माहौल में ही होगी।
एक ऐसा वातावरण है, जिसमें रहने वाला बाहरी दुनिया से पूरी तरह कट जाता है। इसके दायरे में रहने वाला बाहरी दुनिया के किसी भी व्यक्ति के संपर्क में नहीं आ सकता। आईपीएल में हिस्सा लिए हुए प्लेयर, सपोर्ट स्टाफ, मैच ऑफिशियल यहां तक की होटल स्टाफ और कोरोना टेस्ट करने वाली मेडिकल टीम तक को तय दायरे के बाहर जाने की अनुमति नहीं है।