नई दिल्ली: ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा के बाद सिंघु बॉर्डर पर विरोध कर रहे किसान बुधवार को अपना समर्थन खोते दिखे।
सिंधू बॉर्डर के आसपास से 15 गांवों की एक पंचायत ने बुधवार को तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में सींधू बॉर्डर पर डेरा डाले किसानों से जल्द सड़क खाली करने को कहा है। सिंघु बॉर्डर पर हजारों की तादाद में गांववालें पहुंचे है।
किसी भी स्थिती से निपटने के लिए पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया है। गांववालों का कहना है कि 26 जनवरी को जो भी देश में हुआ है वो हमें स्वीकार नहीं है। अपने देश के झंडे का अपमान नहीं सहेंगे और इस लिए आज इस बॉर्डर को आज हम खाली करवा कें रहेंगे। इतना ही नहीं गांववालों ने इन आंदोलनकारियों को उपद्रवी बताया है। जो केवल यहां टाइमपास करने के लिए बैठे है।
इधर, सरकार भी उपद्रवी किसानों से निपटने की पूरी तैयारी कर चुकी है। आपको बता दें कि गृहमंत्रालय ने सख्त आदेश जारी किया है कि जिनके खिलाफ केस है, उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया जाय।