जैसे कुंडली के हर भाव में एक ग्रह का निवास होता है वैसे ही आपके भवन में भी ग्रह का निवास होता है। वास्तु में भी हर ग्रह एक दिशा को दर्शाता है।
कुंडली में बुध ग्रह लेखन, मीडिया, प्रकाशक, खिलाडी को दर्शाता है। जिन लोगों का बुध अच्छा होता है वो बड़े वक्ता, ज्ञानी और लेखक होते है।
भवन की बात करे तो आपके भवन की उत्तर दिशा के स्वामी बुध है वही इनके देवता कुबेर है ,इस दिशा के समृद्ध होने से भवन में रहने वाले लोगों की बुद्धि का विकास होता है और कलह नहीं होती है वहीं बच्चों का भी पढाई में मन लगता है।
अगर आप चाहते है की बुध ग्रह की आप पर कृपा बने रहे तो उत्तर दिशा में अध्ययन कक्ष, तिजोरी या पढ़ने की पुस्तके रखिये। ऐसा करने से बुध ग्रह की अनुकूलता आपको प्राप्त होगी।
कोशिश करिये, अध्ययन कक्ष को पूजा कक्ष से सटा कर और दरवाजे की स्थिति उत्तर-पूर्व या पश्चिम में रखें।