मध्य प्रदेश को बड़ी सौगात मिलने वाली है, क्योंकि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सबसे पहले यहीं पर दौड़ेगी। रेल मंत्रालय ने पहले चरण में दिल्ली-कोलकाता और दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर वंदे भारत स्लीपर वर्जन चलाने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही भोपाल मंडल में इसे आरकेएमपी (रानी कमलापति स्टेशन) से लखनऊ के बीच चलाने का ट्रायल रन शुरू होगा, जो नवंबर के अंत तक होने की संभावना है।
160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन
यह ट्रेन देश की पहली ऐसी स्लीपर ट्रेन होगी, जो 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी। मध्य प्रदेश में वर्तमान में वंदे भारत की सेवाएं भोपाल से हजरत निजामुद्दीन, इंदौर, जबलपुर होते हुए रीवा और नागपुर तक मिल रही हैं, लेकिन स्लीपर वर्जन के आने से यात्रियों को नई सुविधाएं मिलेंगी।
16 कोच वाली ट्रेन होगी शानदार सुविधाओं से लैस
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में कुल 16 कोच होंगे, जिनमें 10 कोच एसी-3, 4 कोच एसी-2, और 1 कोच एसी-1 होगा। इसके अलावा, दो एसएलआर कोच (दिव्यांग फ्रेंडली) होंगे। इस ट्रेन के दरवाजे प्लेटफॉर्म पर रुकने के बाद ही खुलेंगे और चलने के समय हूटर के साथ बंद हो जाएंगे, जिससे सुरक्षा का ध्यान रखा गया है। ट्रेन में बर्थ अन्य स्लीपर ट्रेनों की तुलना में अधिक सुविधाजनक होगी और इंटीरियर भी बेहतरीन होगा।
वंदे मेट्रो का भी हो रहा है विकास
रेलवे विभाग ने वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के साथ-साथ एक नई प्रकार की ट्रेन वंदे मेट्रो भी विकसित कर रहा है। यह ट्रेन 12 कोच वाली होगी और इसे कम दूरी की यात्राओं के लिए डिजाइन किया जा रहा है।
निशातपुरा कोच फैक्ट्री को मिलेगा निर्माण का काम
भोपाल की निशातपुरा कोच फैक्ट्री को वंदे भारत के स्लीपर वर्जन के कुछ हिस्सों के निर्माण का काम भी मिलेगा। इसके मेंटेनेंस के लिए बैरागढ़ के पास एक मेंटेनेंस हब बनाया जा रहा है, जहां कंह्रश्वलीट ओवर ऑयलिंग का काम किया जाएगा।
रेल मंत्रालय ने बताया है कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का शेड्यूल और ट्रायल रन प्रोग्राम अभी रेलवे बोर्ड के स्तर पर लंबित है, लेकिन जल्द ही इसे अंतिम रूप देकर यात्रियों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।