उत्तराखंड में इगास बग्वाल पर्व (बूढ़ी दिवाली) के अवसर पर उत्साह का माहौल है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को इस लोकपर्व की शुभकामनाएं दीं और प्रदेश के सभी नागरिकों से अपनी लोक परंपराओं और संस्कृति को संजोने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने प्रवासी उत्तराखंडियों से अनुरोध किया कि वे अपने पैतृक गांवों में इस पर्व को मनाएं और अपनी जड़ों से जुड़ें।
गंगा घाटों पर दीपों से रौशन हुई हरकी पैड़ी
मुख्यमंत्री धामी ने हरकी पैड़ी पर दीप प्रज्वलित कर गंगा दीपोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर तीन लाख दीयों से पूरे गंगा घाट को रोशन किया गया। भजन संध्या में गायक कन्हैया मित्तल ने “जो राम को लाए हैं” जैसे भजनों से श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। साथ ही 500 ड्रोन से आकर्षक दृश्यों का प्रदर्शन किया गया, जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
बदरीनाथ धाम में विशेष पूजा-अर्चना
इगास पर्व के अवसर पर बदरीनाथ धाम में विशेष पूजा का आयोजन किया गया। देवउठनी एकादशी पर बदरीनाथ धाम में परिक्रमा स्थल पर 101 दीये जलाए गए, और श्रद्धालुओं ने पूरे धाम परिसर में दीप जलाकर माहौल को और भी भक्तिमय बना दिया।
राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष ने दीं शुभकामनाएं
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने भी प्रदेशवासियों को इगास की शुभकामनाएं दीं। राज्यपाल ने कहा कि यह पर्व युवाओं को अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ता है और परंपराओं को जीवंत बनाए रखने की प्रेरणा देता है।